बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में NDA की जीत के बाद महागठबंधन ‘वोट चोरी’ के कथित आरोपों से अपनी हार छिपा रहा है। इसी कड़ी में बिहार में RJD के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने आरोप लगाया कि EVM में पहले से ही 25 हजार वोट लोड थे। इस आरोप को चुनाव आयोग ने सिरे से नकार दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चुनाव आयोग ने कहा कि RJD नेता का यह आरोप न सिर्फ तकनीकी रूप से असंभव है बल्कि चुनावी प्रक्रिया की बुनियादी समझ के भी उलट है। आयोग ने कहा कि RJD के अपने चुनाव और मतदान एजेंटों के हस्ताक्षरित वैधानिक रिकॉर्ड इन आरोपों का खंडन करते हैं।

चुनाव आयोग ने तर्क दिया कि EVM में WiFi, ब्लूटूथ, इंटरनेट या कोई बाहरी कनेक्टिविटी नहीं होती, जिससे रिमोट या डिजिटल छेड़छाड़ असंभव हो जाती है। मतदान से पहले हर EVM प्रत्येक उम्मीदवार के लिए ‘0’ वोट प्रदर्शित करती है और सभी राजनीतिक दलों के एजेंटों की उपस्थिति में एक अनिवार्य मॉक पोल आयोजित किया जाता है, जिसके बाद सभी मॉक वोटों को मंजूरी दे दी जाती है और एक मॉक पोल प्रमाणपत्र पर संयुक्त रूप से हस्ताक्षर किए जाते हैं।

बता दें कि बिहार चुनावों में 143 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली RJD को केवल 25 सीटें मिलीं। पार्टी ने सोमवार (17 नवंबर 2025) को दावा किया कि यह जनादेश लोगों की इच्छा को नहीं दर्शाता और पार्टी अदालत जा सकती है क्योंकि ‘EVM में गड़बड़ियाँ’ थीं।

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