हरियाणा की व्लॉगर और ISI जासूस ज्योति मल्होत्रा का केरल सरकार से कनेक्शन उजागर हुआ है। आरटीआई से ये सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि ज्योति मल्होत्रा को केरल सरकार ने टूरिज्म को बढ़ावा देने के नाम पर मुफ्त में केरल के पर्यटन स्थल की सैर करवाई।
ज्योति को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के लिए जासूसी करने और सेना से जुड़ी कई खुफिया जानकारियाँ पाकिस्तान को भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ज्योति 2022 से 4 बार पाकिस्तान जा चुकी है। उसने और उसके पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों से कनेक्शन के सबूत मिले थे।
आरटीआई के मुताबिक ज्योति मल्होत्रा केरल टूरिज्म विभाग के खास कैंपेन का हिस्सा थी। इसके तहत ज्योति 2024 से 2025 के बीच मुन्नार, कन्नूर, कोच्चि, कोझिकोड, अलप्पुझा जैसे खूबसूरत इलाकों का मुफ्त में लुत्फ उठाया।
उसके ठहरने, खाने-पीने का पूरा खर्च केरल पर्यटन विभाग ने वहन किया। ये सब कुछ केरल सरकार के इन्फ्लुएंसर प्रोग्राम के तहत किया गया। इस पर केरल के पर्यटन मंत्री पी ए मोहम्मद रियास ने कहा कि केरल के पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ावा देने के लिए व्लॉगर्स को लाया गया था।
केरल के बीजेपी नेता के सुरेंद्रन ने आरटीआई पर हुए खुलासे पर केरल सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा: “अब आरटीआई दस्तावेज मेरे द्वारा कहे गए हर शब्द को साबित करते हैं। सीएम के दामाद द्वारा नियंत्रित केरल पर्यटन ने पाक से जुड़े जासूस की यात्रा को प्रायोजित क्यों किया?”
उन्होंने कहा कि राज्य की सुरक्षा सीएम का पारिवारिक मामला नहीं है।
When I raised this a month ago, Kerala’s mainstream media turned a blind eye.
Now, RTI documents prove every word I said.
Why did Kerala Tourism, controlled by CM’s son-in-law, sponsor a Pak-linked spy’s trip?
Kerala’s security is not your family business, Mr.… pic.twitter.com/Yx1yYfQMHR— K Surendran (@surendranbjp) July 6, 2025
कौन है ज्योति मल्होत्रा
ज्योति मल्होत्रा हरियाणा के हिसार की रहने वाली एक यूट्यूबर और ट्रैवल व्लॉगर है। उसका यूट्यूब चैनल ‘ट्रेवल विद जो’ और इंस्टाग्राम अकाउंट ‘@travelwithjoone’ काफी लोकप्रिय हैं। उसके यूट्यूब पर 3.77 लाख से ज़्यादा सब्सक्राइबर और इंस्टाग्राम पर 1.31 लाख फॉलोअर्स हैं।
ज्योति मल्होत्रा को भारतीय खुफिया जानकारी पाकिस्तान को देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उस पर आरोप है कि उसने भारत के सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सेना से जुड़ी कई गुप्त सूचनाएँ पाकिस्तान भेजी हैं।
जाँच में पता चला है कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में थी और पाकिस्तान हाई कमीशन, दिल्ली में उसकी मुलाकात एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई थी। दानिश को बाद में भारत से निष्कासित कर दिया गया था।
ज्योति ने कई बार पाकिस्तान की यात्रा की है और अपनी यात्राओं के वीडियो भी बनाए हैं। उसके वीडियो और रील्स में भारत और पाकिस्तान की तुलना करते हुए संवेदनशील सूचनाएँ साझा करने का भी आरोप है। पुलिस ने उसके डिजिटल डिवाइस और खातों से 12 टेराबाइट्स से अधिक डिजिटल फॉरेंसिक डेटा बरामद किया है, जिसमें पाकिस्तानी कनेक्शन के सबूत शामिल हैं। उस पर सरकारी गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।