भारत दौरे पर आए मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी हुई और कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें 100 इलेक्ट्रिक बसों की आपूर्ति, ऊर्जा, शिक्षा समेत कई क्षेत्रों में साझेदारी शामिल हैं।

मॉरिशस को आर्थिक पैकेज देने की घोषणा भी की गई है। इससे मॉरीशस के बुनियादी ढाँचे को मजबूत करने और रोजगार के नए अवसर तलाशने में मदद मिलेगी। दोनों प्रधानमंत्री के बीच क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत हुई।

सिर्फ साझीदार नहीं, परिवार हैं हम- पीएम मोदी

समझौतों से दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूती मिलेगी। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें गर्व है कि भारत और मॉरीशस सिर्फ साझेदार नहीं, बल्कि एक परिवार हैं। वहाँ की जीवन धारा में भारतीय रच बस गए हैं। मॉरीशस भारत की पड़ोसी पहले नीति और विजन महासागर का अहम महत्वपूर्ण स्तंभ है।

मार्च के मॉरीशस दौरे के दौरान पीएम मोदी राष्ट्रीय दिवस समारोह में शामिल हुए थे, उसको याद करते हुए उन्होंने कहा कि हमने अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी का दर्जा दिया था। आज, हमने द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की विस्तार से समीक्षा की है।

चागोस समझौते के समापन पर प्रधानमंत्री रामगुलाम और मॉरीशस की जनता को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा से मॉरीशस के उपनिवेशवाद का विरोध और उसकी संप्रभुता को पूर्ण मान्यता देने का समर्थन करता रहा है और मॉरीशस के साथ मजबूती से खड़ा रहा है। मॉरीशस के विकास में भागीदार बनना भारत के लिए गर्व की बात है।

पीएम मोदी ने कहा कि आईआईटी मद्रास और भारतीय वृक्षारोपण प्रबंधन संस्थान ने मॉरीशस विश्वविद्यालय के साथ समझौते किए हैं। इससे अनुसंधान, शिक्षा और इनोवेशन को मदद मिलेगी। भारत मॉरीशस के विशेष आर्थिक क्षेत्र की सुरक्षा और समुद्री क्षमता को मजबूत करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मॉरीशस के तट रक्षक जहाज को भारत में रिफिट किया जा रहा है। उनके 120 अधिकारियों को भी भारत में प्रशिक्षित किया जा रहा है।

मॉरीशस के विकास में भारत मददगार- रामगुलाम

समझौते के बाद मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम ने कहा, “भारत मॉरीशस की प्रगति और विकास की यात्रा में उसके साथ रहा है। हमने राष्ट्रीय विकास के प्रमुख क्षेत्रों में भारत की उदार सहायता और विशेषज्ञता का लाभ उठाया है, जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, क्षमता निर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा, बुनियादी ढाँचा और समुद्री सुरक्षा शामिल हैं। इन क्षेत्रों में भारत का समय पर दिया गया समर्थन मॉरीशसवासियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में ठोस बदलाव ला रहा है।”

कहाँ-कहाँ जाएँगे पीएम रामगोपाल

मॉरीशस के प्रधानमंत्री 10 सितंबर 2025 को वाराणसी पहुँचे हैं। वह 16 सितंबर तक भारत में रहेंगे। इस दौरान अयोध्या में रामलला के दर्शन करेंगे। वे तिरुपति बालाजी भी जाएँगे। डॉ रामगोपाल 2014 में भारत आए थे। उस वक्त पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में मंत्रीपरिषद के साथ वे मौजूद थे। वे एकमात्र गैरसार्क देशों के राष्ट्राध्यक्ष थे, जिन्हें कार्यक्रम में बुलाया गया था।

पीएम मोदी का भव्य स्वागत

वाराणसी पहुँचने के बाद पीएम मोदी ने 3 किलोमीटर का रोड शो किया। इस दौरान लोग सड़कों के दोनों ओर खड़े थे। ये लोग पीएम मोदी पर फूलों की बारिश कर रहे थे। होटल ताजमहल पहुँचने तक प्रधानमंत्री के काफिले पर फूल बरसाये गए। कई महिला कार्यकर्ताओं को ‘प्रधानमंत्री जिंदाबाद’ के नारे लगाते भी देखा गया। प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में वाराणसी की सड़कों पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह पोस्टर लगाए।

कॉन्ग्रेस- एसपी के मंसूबे नाकाम

विदेशी मेहमान के सामने पीएम मोदी का विरोध करने की योजना बना रहे कॉन्ग्रेस-समाजवादी पार्टी के नेताओं के मंसूबे को पुलिस ने नाकाम कर दिया। कॉन्ग्रेस के जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल और समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़ को हाउस अरेस्ट कर लिया गया। इन्हें हर हाल में घर से नहीं निकलने की हिदायत दी गई। एसपी नेता अमन यादव को हिरासत में ले लिया गया और दूसरे कई नेताओं को 10 सितंबर की रात को ही हाउस अरेस्ट कर दिया गया।

कॉन्ग्रेस ने पीएम मोदी के विरोध की घोषणा पहले ही कर दी थी, इसलिए पुलिस ने एहतियान ये कदम उठाए थे। कॉन्ग्रेस ने कहा था कि वे मॉरीशस के पीएम रामगुलाम का विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि पीएम मोदी का विरोध कर रहे हैं।



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