बेंगलुरु में भगवा गमछा पहनने वाले को मुस्लिमों ने पीटा

कर्नाटक के बेंगलुरु शहर में कॉन्ग्रेस सरकार के राज में भगवा पहनना अब खतरनाक होता जा रहा है। 24 अगस्त 2025 की रात कलासिपाल्या इलाके में एक बिहारी मजदूर सुरेंद्र कुमार को सिर्फ इसलिए पीटा गया क्योंकि उसने भगवा रंग का गमछा सिर पर बाँध रखा था। जब कंपनी के मैनेजर हरिकृष्णा ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो मुस्लिम हमलावरों ने उन्हें भी पीटा और शर्ट फाड़ दी।

शुरू में पुलिस ने मामूली रिपोर्ट दर्ज कर मामले को दबाने की कोशिश की, लेकिन जैसे ही वीडियो वायरल हुआ और हिंदू संगठनों ने दबाव बनाया, तब जाकर FIR दर्ज हुई और तीन आरोपितों तबरेज, इमरान खान, अजीज खान को गिरफ्तार किया गया।

कहाँ और कब हुई घटना?

ये घटना बेंगलुरु के भीड़भाड़ वाले इलाके कलासिपाल्या में 24 अगस्त 2025 को रात करीब 9:30 बजे हुई। रॉयल ट्रेवलर्स नाम की एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के बाहर मजदूर सुरेंद्र कुमार अपने रोज के काम में लगा हुआ था। बिहार से आए इस 26 साल के युवक ने काम के दौरान सिर पर भगवा रंग का गमछा बाँध रखा था।

जैसे ही वो काम में व्यस्त था, तीन मुस्लिम युवक वहाँ आए। पहले उन्होंने गाली-गलौच की, फिर बोले- “ये भगवा क्यों पहना है? उतार इसे।” शिलेंद्र कुछ समझ पाता, इससे पहले उसे धक्का देकर गिरा दिया गया और मारने-पीटने लगे। भगवा रंग की वजह से गुस्सा जताना और उसपर हमला करना – ये बात घटना को सांप्रदायिक रंग दे रही थी।

पिछले 15 साल से वहीं काम करने वाले कंपनी के मैनेजर हरिकृष्णा शोर सुनकर मौके पर पहुँचे। उन्होंने बीच-बचाव की कोशिश की लेकिन मुस्लिम हमलावरों ने उन्हें भी नहीं बख्शा। उनके साथ भी मारपीट हुई, गालियाँ दी गईं और उनकी शर्ट तक फाड़ दी गई।

जानकारी के अनुसार, एम तबरेज (30) मैकेनिक का काम करता है। इमरान खान (35) रेडियम कटिंग का काम करता है और ए अजीज खान (37) रियल एस्टेट का काम करता है।

गिरफ्तार मुस्लिम हमलावर

शुरुआत में पुलिस ने इस घटना को एक मामूली झगड़ा मानते हुए ‘नॉन-कॉग्निजेबल रिपोर्ट’ दर्ज की थी। लेकिन जैसे ही इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और हिंदू संगठनों ने विरोध किया, उसके बाद पुलिस की कार्रवाई शुरु हुई। पुलिस ने मामला दर्ज किया और तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि इस मामले में आगे की जाँच जारी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।



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