देश 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। राष्ट्र भक्त लोग इस दिन गर्व से तिरंगा फहराएँगे। इस बीच कॉन्ग्रेस का राष्ट्रवाद फिर सवालों के घेरे में हैं। छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड ने सभी मस्जिदों, दरगाहों और मदरसों में तिरंगा फहराने का निर्देश दिया लेकिन कॉन्ग्रेस के सांसद तारिक अनवर को यह ‘बकवास’ लग गया।
अनवर ने 4 कदम आगे बढ़कर धार्मिक स्थलों पर तिरंगा फहराने को परंपरा ना मानकर अपनी बात को सही ठहराने की बेतुकी कोशिश भी की है। सिर्फ कॉन्ग्रेस ही नहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के नेता भी तिरंगा फहराने के आदेश पर सवाल उठा रहे हैं।
तारिक अनवर ने क्या कहा?
बिहार के कटिहार से लोकसभा सांसद तारिक अनवर ने IANS से बातचीत में तिरंगा फहराने की ‘बंदिश’ को गलत बताया है। अनवर ने कहा, “मैं समझता हूँ, ये सब बकवास है। हमारे देश की परंपरा नहीं है कि जो धार्मिक स्थल हैं, वहाँ तिरंगा झंडा फहराया जाए। तिरंगा तो लोग अपनी मर्जी से फहराते हैं। किसी पर दबाव या बंदिश से यह नहीं किया जा सकता है।”
उन्होंने आगे कहा, “यह व्यक्ति की अंदर से भावना, देश प्रेम होता है, जिसकी वजह से वो तिरंगा लगाता है। इस तरह की बंदिश करना, इस तरह का दबाव बनाना बिल्कुल गलत है।”
Delhi: The Chhattisgarh State Waqf Board has directed all mosques, dargahs, and madrasas in the state to hoist the Indian national flag on Independence Day, August 15
Congress MP Tariq Anwar says, "I believe all this is nonsense. In our country, there is no tradition of hoisting… pic.twitter.com/bcz2w7b08H— IANS (@ians_india) August 13, 2025
कॉन्ग्रेस नेता ने बताया ‘बेतुका आदेश’
छत्तीसगढ़ के कॉन्ग्रेस के ही एक नेता सलाम रिजवी ने इसे ‘बेतुका आदेश‘ बताया है। वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन रिजवी ने कहा, “मुस्लिम समुदाय के लोगों पर सवाल BJP-RSS में शामिल मुस्लिम खड़ा कर रहे हैं।” रिजवी का भी कहना है कि धार्मिक स्थलों पर झंडा फहराना अनिवार्य नहीं है।
AIMIM ने भी किया तिरंगे का विरोध
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लीमीन (AIMIM) भी भला तिरंगे का अपमान करने पर क्यों पीछे रहती। AIMIM के नेता और महाराष्ट्र के मालेगांव से विधायक मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल ने तिरंगा लगाने के आदेश को ‘सरकार की चापलूसी‘ बता दिया है।मोहम्मद इस्माइल ने इसे मुस्लिमों की देशभक्ति पर सवाल उठाने वाला फैसला बताया है।
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड का क्या है आदेश?
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने 11 अगस्त को आदेश जारी किया था। इसमें छत्तीसगढ़ की सभी मस्जिदों, मदरसा और दरगाह के मुख्य द्वार पर तिरंगा फहराने की बात कही गई थी। छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज द्वारा यह आदेश सभी मुतवल्लियों के लिए जारी किया गया था।
सलीम ने मुतवल्लियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जिस मस्जिद में झंडा नहीं फहराया जाएगा उन्हें पाकिस्तानी माना जाएगा। सलीम का कहना है कि कट्टरपंथी और गद्दार ही तिरंगा फहराने का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय पर्व मनाना और राष्ट्रीय ध्वज से प्रेम करना सभी कर्त्तव्य है। जो राष्ट्र और राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान नहीं करता, वो देशद्रोही है।”