अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को टैरिफ के मुद्दे पर ब्राजील ने जवाब दिया है। ब्राजील के राष्ट्रपति लुला डा सिल्वा ने कहा है कि वे ट्रंप से टैरिफ के मुद्दे पर कोई बातचीत नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि ट्रंप किसी तरह के समझौते के लिए तैयार नहीं हैं, बल्कि वो अपमानित कर रहे हैं।
लूला ने आगे कहा कि वो चीन के राष्ट्रपति शी जिंगपिंग और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात करेंगे। ट्रंप ने ब्राजील पर सबसे ज्यादा 50 फीसदी टैरिफ लगा दी थी। हालाँकि अब भारत पर भी 50 फीसदी टैरिफ लगा चुके हैं।
ब्राजील के राष्ट्रपति ने कहा, “मैं राष्ट्रपति ट्रंप को कॉल करने नहीं जा रहा हूँ, क्योंकि वो बात नहीं करना चाहते। लेकिन इतना तय है कि मैं उन्हें सीओपी में आने के लिए आमंत्रित करने के लिए फोन करूँगा, क्योंकि मैं जानना चाहता हूँ कि वह जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर क्या सोचते हैं। मैं फोन करने का शिष्टाचार दिखाऊँगा, मैं उन्हें फोन करूँगा। मैं शी जिनपिंग को फोन करूँगा। मैं प्रधानमंत्री मोदी को फोन करूँगा। मैं पुतिन को फोन नहीं करुँगा क्योंकि वो यात्रा नहीं कर सकते। लेकिन मैं कई राष्ट्रपतियों को फोन करुँगा।”
‘I’m NOT going to call Trump to negotiate’ – Lula
Brazilian Prez. says Trump has no interest in talking
He also reveals what he’ll be saying to Putin, Xi, and Modi pic.twitter.com/GCUlnsvviA— RT (@RT_com) August 5, 2025
राष्ट्रपति लुला ने आगे कहा, “जिस दिन मुझे विश्वास हो जाएगा कि ट्रंप वार्ता के लिए तैयार हैं, मैं फोन करने में नहीं हिचकिचाऊँगा।” गौरतलब है कि 1 अगस्त 2025 को ट्रंप ने कहा था कि ब्राजील के राष्ट्रपति सिल्वा उन्हें टैरिफ पर चर्चा करने के लिए फोन कर सकते हैं।
व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने लूला को लेकर कहा था, “वह जब चाहें मुझसे बात कर सकते हैं। मेरा ब्राजील के साथ काफी लगाव है लेकिन ब्राजील को चलाने वाले लोगों ने गलत काम किया है। “
यह बयान ऐसे समय में आया है जब ट्रंप ने कहा था कि वह ब्राजील की वस्तुओं पर 50 फीसदी टैरिफ लगाएँगे। ट्रंप ने 30 जुलाई को इस आदेश पर हस्ताक्षर किए थे।
राष्ट्रपति ट्रंप ने एक पत्र लिखा था जिसमें धमकी दी थी कि अगर ब्राजील दक्षिणपंथी पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो पर दायर मुकदमा खत्म नहीं करता है, तो भारी टैरिफ लगाया जाएगा। उन्होंने ब्राजील सरकार पर ‘गंभीर मानवाधिकार हनन’ का आरोप लगाते हुए कहा था कि ब्राजील में कानून का शासन कमजोर हो रहा है। बोल्सोनारो और ट्रंप के बीच नजदीकी सुर्खियों में रही है। उन पर लूला के खिलाफ तख्तापलट की कोशिश करने के आरोप में मुकदमा चल रहा है। ट्रंप ने सार्वजनिक रूप से इसपर आपत्ति जताई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि बोल्सोनारो के खिलाफ मुकदमा ‘राजनीति से प्रेरित’ है।
लूला ने ब्रिक्स पर भरोसा जताया
राष्ट्रपति लूला ने भी ब्रिक्स पर भरोसा जताया और कहा, ‘अभी तक ब्रिक्स के बीच कोई समन्वय नहीं है, लेकिन होगा। ब्राजीलियाई राष्ट्रपति के कड़े बयानों ने ट्रंप को एक बार फिर शर्मिंदा कर दिया है। टैरिफ को हथियार बनाने और संप्रभु राष्ट्रों के खिलाफ दबाव बनाने की ट्रंप की कोशिशों से अमेरिका को कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिले हैं।
6 अगस्त को डोनाल्ड ट्रंप ने उस आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें रूसी तेल की खरीद को लेकर भारत पर 25% का अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया। इसके साथ ही भारत पर कुल टैरिफ 50% हो गया है।
विदेश मंत्रालय ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि भारत सरकार दोहराती है कि ये कार्रवाई अनुचित, अनुचित और अविवेकपूर्ण है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “हमने इन मुद्दों पर अपनी स्थिति पहले ही स्पष्ट कर दी है, जिसमें यह तथ्य भी शामिल है कि हमारे आयात बाजार पर निर्भर करता है। इसलिए यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका ने भारत पर उन कदमों के लिए अतिरिक्त शुल्क लगाने का विकल्प चुना है जो कई अन्य देश भी अपने राष्ट्रीय हित में उठा रहे हैं।”
पिछले महीने, ट्रंप ने भारत पर नए व्यापार दंडों की घोषणा की थी, जिसमें 1 अगस्त से प्रभावी लगभग सभी भारतीय सामानों पर 25 प्रतिशत टैरिफ शामिल है। ट्रंप ने इस पर भी अपनी निराशा जताई थी कि भारत रूस से सैन्य और रक्षा उपकरण खरीदने वाला अहम देश है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने 1 अगस्त को ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट प्रकाशित की, जिसमें उन्होंने भारतीय और रूसी अर्थव्यवस्थाओं को ‘डेड’ बताया। उन्होंने ये भी कहा कि भारत उन देशों में शामिल है जहाँ ‘दुनिया में सबसे अधिक टैरिफ’ लगाया जाता है। उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापार कम होने के लिए भारत के टैरिफ को भी जिम्मेदार ठहराया था।
हालाँकि ऑपइंडिया ने पहले बताया था कि कैसे अमेरिका खुद रूस के साथ व्यापार जारी रखे हुए है। रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के तीन साल बाद भी संयुक्त राज्य अमेरिका ने मास्को के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को खत्म नहीं किया है। जनवरी 2022 से अमेरिका ने 24.5 अरब डॉलर से अधिक मूल्य के रूसी सामान का आयात किया है। 2025 में अब तक अमेरिका 1.27 अरब डॉलर के खाद और उर्वरक, 62.4 करोड़ डॉलर के यूरेनियम और प्लूटोनियम, 87.8 करोड़ डॉलर के पैलेडियम खरीद चुका है।
जनवरी से नवंबर 2024 की अवधि में पैलेडियम और एल्युमीनियम जैसी धातुओं का आयात 876.5 मिलियन डॉलर का था। अकार्बनिक रसायनों का आयात 683 मिलियन डॉलर का था। बिजली से जुड़े उपकरण का आयात 79 मिलियन डॉलर और कॉर्क और लकड़ी का लगभग 64 मिलियन डॉलर का आयात था। इसके अलावा परमाणु रिएक्टर और मशीनरी, तैयार पशु आहार, लोहा और इस्पात, और तिलहन आदि के 80.81 मिलियन डॉलर मूल्य के आयात शामिल थे।
विडंबना यह है कि यूक्रेन के साथ चल रहे संघर्ष के बावजूद रूस से अमेरिकी आयात के बारे में पूछे जाने पर राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि उन्हें इसके बारे में कुछ भी पता नहीं है।
भारत ने रूस के साथ संबंध तोड़ने से इनकार किया है। प्रधानमंत्री मोदी एससीओ शिखर सम्मेलन में शामिल होने चीन जा रहे हैं। भारत रूस के साथ संबंधों को मजबूत कर रहा है। इससे ये संदेश दिया जा रहा है कि ट्रम्प की इच्छा के मुताबिक भारत नहीं चलेगा और अपने सहयोगियों को कभी नहीं छोड़ेगा। जब ट्रम्प भारत के विरुद्ध अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा कर रहे थे, उसी वक्त भारत और रूस औद्योगिक और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर कर रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के लिए चीन का दौरा करने जा रहे हैं। पिछले सात वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली चीन यात्रा है। भारत और चीन के अपने-अपने मुद्दे हैं, चाहे वह वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन की आक्रामकता हो, आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले पाकिस्तान का समर्थन हो, या संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की कार्रवाई में बाधा डालना हो। हालाँकि जब पश्चिमी आधिपत्य के विरुद्ध राष्ट्रीय हितों और संप्रभुता की रक्षा की बात आती है, तो दोनों देश सहयोग के लिए तैयार दिखाई देते हैं।
भारत, ब्राज़ील और चीन, चल रहे ‘टैरिफ के खेल’ में ट्रम्प के आगे झुकने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा ब्रिक्स देशों को ‘दंडित’ करने करने की कोशिश उनकी एकता का सूत्रधार बन सकता है।
( यह लेख मूल रूप से अंग्रेजी में लिखी गई है। इसे पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)