बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान गुरुवार (6 नवंबर 2025) को संपन्न हुआ, जिसमें रिकॉर्ड 64.66% मतदान दर्ज किया गया। यह अब तक के राज्य के चुनावी इतिहास में सबसे ज्यादा वोटिंग प्रतिशत है। चुनाव आयोग (ECI) ने इसे मतदाताओं के लोकतंत्र पर भरोसे और इस बार लागू की गई नई वोटर-फ्रेंडली पहलियों की सफलता का प्रतीक बताया।
इस बीच, चुनावों के दौरान कुछ लोगों ने फर्जी खबरें फैलाने की कोशिश भी की। AltNews के मोहम्मद जुबैर ने DD News और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक्स पर भ्रामक जानकारी पोस्ट की, जिसका उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया पर संदेह पैदा करना था।
बिहार चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या ट्वीट किया?
गुरुवार (6 नवंबर 2025) को मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, “बिहार विधानसभा चुनावों में पहले चरण की वोटिंग में एनडीए ने भारी बढ़त हासिल कर ली है। इसके साथ ही दूसरे चरण में भी हर तरफ उसकी लहर नजर आ रही है।”
बिहार विधानसभा चुनावों में पहले चरण की वोटिंग में एनडीए ने भारी बढ़त हासिल कर ली है। इसके साथ ही दूसरे चरण में भी हर तरफ उसकी लहर नजर आ रही है। जनता-जनार्दन के इसी जोश के बीच कल दोपहर करीब 1:45 बजे औरंगाबाद और लगभग 3:30 बजे भभुआ में अपने परिवारजनों से संवाद का सौभाग्य प्राप्त…
— Narendra Modi (@narendramodi) November 6, 2025
प्रधानमंत्री ने आगे लिखा, “जनता-जनार्दन के इसी जोश के बीच कल दोपहर करीब 1:45 बजे औरंगाबाद और लगभग 3:30 बजे भभुआ में अपने परिवारजनों से संवाद का सौभाग्य प्राप्त होगा।” पीएम मोदी का यह पोस्ट चुनावी नेताओं की सामान्य प्रतिक्रिया की तरह था, जिसमें वे अपनी पार्टी की बढ़त का दावा करते हुए जीत का भरोसा जताते हैं।
DD न्यूज ने पीएम मोदी के हवाले से क्या ट्वीट किया?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट का हवाला देते हुए DD न्यूज ने ट्वीट किया, “पहले चरण में भी लहर जारी बिहार चुनाव के पहले चरण में कलाकारों ने शानदार बढ़त बनाई है, जनता-जनार्दन के जोश के बीच कल दोपहर 1:45 बजे और 3:30 बजे भभुआ में अपने परिवारजनों से संवाद करेंगे।”

DD न्यूज ने मूलतः प्रधानमंत्री मोदी के पोस्ट के शब्दों को ही ट्वीट किया, जिसमें न केवल उनकी जीत की उम्मीद को दर्शाया गया, बल्कि उससे भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह कि उन्होंने भभुआ में उनकी व्यस्तता के बारे में भी ट्वीट किया।
AltNews के मोहम्मद ज़ुबैर ने क्या ट्वीट किया
DD News के एक ट्वीट के तुरंत बाद, AltNews का सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर, जो अक्सर हिंदुओं के खिलाफ भड़काऊ बयान और फेक न्यूज फैलाने के आरोपों में रहता है, उसने एक्स पर उसका स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए एक भ्रामक पोस्ट कर दी।
जुबैर ने लिखा, “राष्ट्रीय प्रसारक @DDNewsHindi को कैसे पता कि बिहार के पहले चरण में NDA आगे चल रहा है?” उसके इस ट्वीट से यह संकेत दिया गया कि DD News को पहले से मालूम है कि वोट NDA के पक्ष में पड़े हैं यानी चुनाव में पहले से धांधली या ‘वोट चोरी’ हो चुकी है। यह वही झूठा नैरेटिव था जिसे राहुल गाँधी, कॉन्ग्रेस और विपक्षी दल फैला रहे थे।
How does the national broadcaster @DDNewsHindi know that NDA is leading in the Bihar first phase? pic.twitter.com/JJUdFMWDCh
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) November 6, 2025
जुबैर के ट्वीट का मकसद यह दिखाना कि चुनाव पहले से ही NDA के पक्ष में ‘सैट’ कर दिए गए हैं और DD News (जो सरकारी प्रसारक है) को मोदी सरकार या खुद प्रधानमंत्री मोदी की ओर से NDA की जीत का संदेश देने के निर्देश मिले हैं।
फैक्ट चेक: मोहम्मद जुबैर कैसे फैला रहा था फर्जी खबरें?
DD News का ट्वीट दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पोस्ट का हूबहू अनुवाद था। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में केवल राजनीतिक उत्साह व्यक्त करते हुए कहा था कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में NDA को बढ़त मिली है और जनता में जबरदस्त जोश दिख रहा है। यह एक सामान्य राजनीतिक बयान था, न कि किसी तरह का चुनावी नतीजा या भविष्यवाणी।
लेकिन AltNews के मोहम्मद जुबैर ने DD News के इसी ट्वीट का अंग्रेजी अनुवाद डालकर उसे इस तरह पेश किया मानो दूरदर्शन ने खुद NDA की बढ़त की घोषणा कर दी हो। जुबैर का यह तरीका भ्रामक था, क्योंकि अंग्रेजी में अनुवाद के कारण यह तुरंत समझ नहीं आता कि DD News ने सिर्फ प्रधानमंत्री की पोस्ट को शेयर किया है, अपनी कोई स्वतंत्र राय नहीं दी।
जुबैर के पोस्ट से यह झूठा संकेत देने की कोशिश की गई कि प्रधानमंत्री मोदी को पहले से चुनाव परिणामों की जानकारी थी, जबकि यह बिल्कुल गलत है। दरअसल, सभी राजनीतिक दल और नेता मतदान समाप्त होने के बाद अपने-अपने पक्ष में बढ़त का दावा करते हैं, यह चुनावी राजनीति का सामान्य हिस्सा है, न कि किसी नतीजे की पूर्व जानकारी।
उदाहरण के तौर पर पीएम मोदी की तरह ही, राजद के तेजस्वी यादव ने भी एक्स का सहारा लेकर दावा किया कि पहले चरण का मतदान समाप्त होने के बाद राजद आगे चल रही है। महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने एक लंबी पोस्ट में दावा किया कि पहले चरण के बाद महागठबंधन को समर्थन दिखाई देने लगा है।
आज बिहार ने प्रथम चरण में बदलाव के लिए मतदान किया है। हर बिहारवासी ने 20 साल के अंधकार को मिटाने के लिए, घर से निकल कर परिवर्तन की ऐसी रोशनी जलाई कि पूरे बिहार में सुख, समृद्धि, सुरक्षा, सम्मान, सौहार्द, शांति और खुशहाली की दस्तक सुनाई देने लगी है।
20 साल में पहली बार इस तरह की… pic.twitter.com/keAttt0I5P
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 6, 2025
उन्होंने ट्वीट किया, “20 साल में पहली बार महागठबंधन के पक्ष में अभूतपूर्व बदलाव की लहर दिख रही है। हर घर से नहीं, बल्कि हर दिल से एक ही आवाज गूँज रही है: अबकी बार हम नई युवा सरकार लाएँगे, हर घर से सरकार चलाएँगे और हर बिहारी को चिंतामुक्त और परिवर्तनकारी, यानी मुख्यमंत्री बनाएँगे।”
अगर कोई न्यूज चैनल तेजस्वी यादव का यही बयान शब्दशः साझा करे, तो क्या इसका मतलब यह होगा कि चैनल या यादव ने चुनाव परिणाम पहले से जान लिए? बिल्कुल नहीं।
ऐसे में मोहम्मद जुबैर का यह भ्रामक पोस्ट न केवल गलत सूचना फैलाने वाला है, बल्कि चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़ा करता है। चुनाव के दौरान इस तरह की फेक न्यूज लोकतंत्र की पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।
मोहम्मद जुबैर कैसे नियमित रूप से फैलाता है फर्जी खबरें और बनता है इस्लामवादियों का मुखपत्र
मोहम्मद जुबैर अक्सर इस्लाम या आतंकवाद की आलोचना करने वालों को चुप कराने के लिए फेक न्यूज और व्यक्तिगत हमलों (ad hominem attacks) का सहारा लेता है। जब कोई व्यक्ति इस्लाम से जुड़ी किसी बात पर तथ्य आधारित आलोचना करता है, तो जुबैर उस व्यक्ति को निशाना बनाता है, उसे ‘इस्लामोफोबिया’ का आरोप लगाकर ट्रोल्स की भीड़ उसके पीछे छोड़ देता है। यह उसका पुराना और आजमाया हुआ तरीका बन चुका है।
जुबैर अक्सर असल तथ्यों की जाँच करने के बजाय बहस करने वाले व्यक्ति की छवि खराब करने पर ध्यान देते हैं। उदाहरण के तौर पर, उसने बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपनी भीड़ को उकसाया था।
नूपुर शर्मा ने टीवी डिबेट में पैगंबर मोहम्मद और आयशा के रिश्ते पर जो बातें कही थीं, वे कई प्रसिद्ध इस्लामी विद्वानों द्वारा पहले भी दोहराई जा चुकी हैं। लेकिन जुबैर ने उस पर कोई तथ्य-जाँच नहीं की, बल्कि व्यक्तिगत हमले किए और उन्हें निशाना बनाया।
इसी तरह, हाल ही में उसने धर्मस्थल को लेकर झूठी खबर फैलाने की कोशिश की ताकि हिंदुओं को बदनाम किया जा सके। इसके अलावा, उसने महू में मुस्लिमों द्वारा की गई हिंसा के लिए हिंदुओं को जिम्मेदार ठहराने की कोशिश की, बांग्लादेश में हिंदुओं के नरसंहार को सफेद झूठों से ढकने की कोशिश की और कांवड़ यात्रियों द्वारा पुलिस पर हमले की झूठी खबर फैलाई।
ऐसे कई मामलों में मोहम्मद जुबैर ने झूठी खबरें फैलाकर समाज में भ्रम और नफरत पैदा करने का काम किया है। उसके इन कारनामों पर विस्तार से OpIndia ने कई बार रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिन्हें यहाँ पढ़ा जा सकता है।












