sudarshanvahini.com

OpIndia एक्सक्लूसिव: ‘न्याय’ के लिए दिल्ली पुलिस की चौखट पर पहुँची रोहिणी, कहा- जो (चंद्रशेखर) दलित हितैषी बन रहा, उसने ही दलित बेटी का किया शोषण


डॉक्टर रोहिणी घावरी और सांसद चंद्रशेखर

उसकी नजर में बहन-बेटियों की इज्जत की कोई कीमत नहीं है। मुझसे झूठ बोल कर उसने संबंध बनाए। मैं उसका बैकअप प्लान थी।

यह बात डॉ रोहिणी घावरी ने ऑपइंडिया से विशेष बातचीत में कही हैं। वह स्विटरलैंड लौटने के बाद नगीना से लोकसभा के सांसद चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’ के खिलाफ शिकायत करने दिल्ली पुलिस के पास पहुँची।

दिल्ली पुलिस ने उनका बयान दर्ज कर लिया है। उल्लेखनीय है कि रोहिणी घावरी वही महिला हैं, जिन्होंने चंद्रशेखर पर कई लड़कियों का जीवन बर्बाद करने का आरोप लगाया था। उन्होंने यह भी कहा था कि यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने के कारण उन्हें धमकियाँ भी मिली हैं।

चंद्रशेखर ने मेरा इस्तेमाल किया- डॉ. रोहिणी घावरी

डॉ. रोहिणी घावरी ने कहा, “चंद्रशेखर ने अपने स्वार्थ के लिए मेरा इस्तेमाल किया। मैं उसके लिए बैकअप प्लान थी। अगर भारत की राजनीति में नहीं चमक पाया तो मुझसे शादी कर स्विट्जरलैंड में सेटल हो सकता है। लेकिन वह पहले से शादीशुदा है, इस बात की मुझे जानकारी नहीं थी। अगर पता होता तो कभी इस रिश्ते में नहीं आती। मैं अब इस पूरे ‘जाल’ को समझ चुकी हूँ।”

घावरी कहती हैं, “दलितों का मसीहा बनता है। मैंने जिंदगी में ऐसा कोई मसीहा नहीं देखा जो महिलाओं का सम्मान ही नहीं कर पाया। जिस पर महिला उत्पीड़न के केस है, वह महिला सम्मान कैसे कर सकता है? नेता वो होता है जो समाज को सही दिशा दिखाए, जो नेता खुद महिला उत्पीड़न करता है, वह क्या दिशा दिखाएगा”

वह आगे कहती हैं, “उसने कभी त्याग और संघर्ष तक नहीं किया। अगर जेल नहीं जाता तो समाज को संघर्ष की कोई कहानी भी नहीं सुना पाता। उसने समाज को न्याय नहीं दिलाया बल्कि युवाओं का भविष्य बर्बाद करने का काम किया है।”

उन्होंने यह भी कहा कि चंद्रशेखर आजाद नेता बनने के लायक नहीं है। भारत में दलित समाज की आबादी कही अधिक है। ऐसे समाज को दिशा दिखाने के लिए एक ईमानदार नेता की जरूरत है, जो खून बहाने को भी तैयार हो जाए। घावरी कहतीं हैं, “मैं दलित समाज के मासूम लोगों को समझाऊँगी कि आप चंद्रशेखर जैसे नेता पर भरोसा ना करें, क्योंकि ऐसे नेता आपको बचाने नहीं आएँगे।”

बेटी को न्याय दिलाने के लिए डॉ. घावरी के साथ आए उनके माता-पिता ने ऑपइंडिया से बातचीत में कहा, “चंद्रशेखर आजाद ने मेरी बेटी का मानसिक और शारीरिक शोषण किया है। आज मैं अपनी बेटी को न्याय दिलाने मध्य प्रदेश से आई हूँ। मेरी बेटी को न्याय जरूर मिलना चाहिए।”

वहीं, पीड़िता के पिता, जो खुद दलितों के हक की लड़ाई लड़ते हैं और सक्रिय समाजसेवी हैं। उन्होंने कहा, “बेटी ने हमें 8 महीने तक उस पर पीड़ा के बारे में नहीं बताया। हमें भी एक्स के जरिए मामले की जानकारी लगी। वह बताया करती थी कि चंद्रशेखर के साथ मिल कर भीम आर्मी के लोगों की मदद कर रही हूँ।”

पिता ने यह भी कहा, “चंद्रशेखर ने बेटी से शादी करने का झूठा वादा कर मानसिक शोषण किया। जो दलित का हितैषी बन रहा था, उसने ही दलित बेटी का शोषण कर दिया।”

उधर, डॉ. रोहिणी घावरी के साथ शारीरिक शोषण मामले में उनकी वकील ने कहा कि यह मामला हाइप्रोफाइल जरूर है, लेकिन चंद्रशेखर को सांसद न देखते हुए एक आम इंसान के खिलाफ अपराध के तौर पर देखा जा रहा है। उन्होंने कहा, “केस को राजनीतिक एंगल नहीं दिया गया। पूरा विश्वास है कि दिल्ली पुलिस उचित कार्रवाई करेगी। कानूनी प्रक्रिया के तहत ही न्याय दिलाएँगे।”

जानें डॉ. रोहिणी घावरी का पूरा मामला

यह मामला भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद के खिलाफ शारीरिक शोषण का है। स्विट्जरलैंड में रहने वाली दलित समाज की Ph.D स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी ने महिला आयोग से चंद्रशेखर के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। पीड़िता इंदौर के बीमा अस्पताल में काम करने वाले सफाईकर्मी की बेटी है।

पीड़िता ने शिकायत में बताया था कि साल 2019 में वह एक करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप लेकर हायर एजुकेशन की पढ़ाई करने स्विट्जरलैंड गई थी। तभी चंद्रशेखर से डॉ. रोहिणी की मुलाकात हुई थी। साल 2021 में दोनों के बीच गहरी दोस्ती हो गई और चंद्रशेखर ने डॉ. रोहिणी को शादी करने का भरोसा दिलाकर शारीरिक संबंध बनाए।

डॉ. रोहिणी ने बताया कि भारत आने पर चंद्रशेखर ने कई बार उन्हें होटल और द्वारिका स्थित निवास पर बुला कर शारीरिक संबंध बनाए। चंद्रशेखर के साथ वह राजनीतिक अभियानों में भी हिस्सा लेती थीं। चंद्रशेखर ने खुद को अविवाहित बताकर पीड़िता को शादी का वादा भी किया। लेकिन बाद में सामने आया कि वह पहले से शादीशुदा है और एक बच्चे का पिता भी है।

इस संबंध में डॉ. रोहिणी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स/ट्वविटर पर एक पोस्ट भी जारी किया था। पोस्ट में लिखा, “उसके लिए बहन-बेटियों की इज्जत की कोई कीमत नहीं… भरोसे में आकर बहुत बड़ी गलती कर दी। अब किसी भी पुरुष पर भरोसा नहीं कर पाऊँगी।” उन्होंने खुद को विक्टिम नंबर-3 बताया था। अब चंद्रशेखर आजाद के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए डॉ. रोहिणी स्विट्जरलैंड से भारत आई हैं।

Source link

Exit mobile version