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MP-UP से लेकर बिहार तक, मुहर्रम जुलूस में इस्लामी कट्टरपंथियों ने हिंदुओं को बनाया निशाना, तो कहीं पुलिस पर बरपाया कहर: कटिहार में मंदिर पर पथराव, हर तरफ तनाव


देश के कई हिस्सों में मुहर्रम के ताजिया जुलूस के दौरान रविवार (6 जुलाई 2025) को हिंसा और सांप्रदायिक तनाव की खबरें सामने आई हैं। खास तौर पर मध्य प्रदेश के उज्जैन और बिहार के कटिहार में हालात सबसे ज्यादा बेकाबू रहे, जहाँ जुलूस में शामिल कुछ उपद्रवियों ने मंदिरों को निशाना बनाया, पुलिस पर हमले किए और इलाकों को तनाव की चपेट में ला दिया।

उत्तर प्रदेश और बिहार के कई अन्य जिलों में भी छोटी-बड़ी झड़पें हुईं, जिनमें कई लोग घायल हुए। स्थानीय लोग पुलिस की ढीली व्यवस्था से नाराज हैं, और प्रशासन ने अब अतिरिक्त फोर्स तैनात कर हालात काबू करने की कोशिश शुरू की है। लोग इस बात से आहत हैं कि मातम का दिन हिंसा का दिन बन गया।

उज्जैन में इस्लामी भीड़ का बवाल, पुलिस बैरिकेड तोड़े, जवाब में लाठीचार्ज

उज्जैन में मुहर्रम जुलूस के दौरान खजूर वाली मस्जिद के पास भारी हंगामा मच गया। जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड तोड़ डाले और तय रास्ते से हटकर प्रतिबंधित मार्ग पर घोड़ा ले जाने की जिद पकड़ ली। पुलिस ने जब रोकने की कोशिश की, तो भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। हालात बिगड़ते देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस घटना ने पूरे शहर में तनाव फैला दिया।

बताया जा रहा है कि जुलूस से तीन दिन पहले पुलिस और मुस्लिम समाज के नेताओं की बैठक हुई थी, जिसमें रास्ता तय किया गया था। सभी ने लिखित सहमति भी दी थी, लेकिन कुछ उपद्रवियों ने नियम तोड़कर माहौल खराब कर दिया।

पुलिस ने जुलूस के आयोजक इरफान खान उर्फ लल्ला और उसके 15 साथियों पर केस दर्ज किया है। एसपी प्रदीप शर्मा ने कहा कि नियम तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। स्थानीय हिंदू संगठनों ने इस घटना पर गुस्सा जताया है और सख्त कार्रवाई की माँग की है। लोग कह रहे हैं कि मुहर्रम जैसे पवित्र दिन को हिंसा में बदलने की साजिश की गई।

बिहार के कटिहार में मुहर्रम जुलूस के दौरान महावीर मंदिर पर पथराव

बिहार के कटिहार में मुहर्रम जुलूस के दौरान हालात और भयावह हो गए। इस्लामी कट्टरपंथियों ने महावीर मंदिर पर पथराव कर दिया, जिससे मंदिर के शीशे टूट गए। जब स्थानीय लोगों ने विरोध किया, तो उनके घरों पर भी ईंटें फेंकी गईं। इस हमले में कई घरों को नुकसान पहुँचा और इलाके में डर का माहौल बन गया। घटना के बाद पूरा क्षेत्र छावनी में बदल गया और पुलिस ने भारी फोर्स तैनात कर दी।

डीएम मनीष कुमार और एसपी वैभव शर्मा ने मौके पर पहुँचकर हालात संभाले। पथरबाजी में कई पुलिसकर्मियों समेत 20 से ज्यादा लोग घायल हुए।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस पहले से सतर्क नहीं थी, जिसकी वजह से बवाल बढ़ गया। डीएसपी और नगर विधायक ने इलाके में कैंप किया, लेकिन लोग अभी भी डरे हुए हैं। सोशल मीडिया पर घटना के वीडियो वायरल हो रहे हैं और प्रशासन ने अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।

कुशीनगर में मंदिर के सामने झंडा फहराने को लेकर बवाल

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के खड्डा थाना क्षेत्र स्थित गुलहरिया रेगुलेटर पर उस समय तनाव फैल गया, जब मुहर्रम के ताजिया जुलूस के दौरान कुछ युवकों ने एक प्राचीन शिव मंदिर के सामने इस्लामिक झंडा फहराया और भड़काऊ नारे लगाए। इससे हिंदू समुदाय के लोग आक्रोशित हो गए।

इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे मामला और बिगड़ गया। पुलिस मौके पर समय से नहीं पहुँच सकी, जिससे विवाद ने उग्र रूप ले लिया। हालाँकि बाद में थाना प्रभारी हर्षवर्धन सिंह के नेतृत्व में कुछ युवकों को हिरासत में लिया गया और पुलिस ने हालत पर काबू पाया।

इसी जिले के रामकोला थाना क्षेत्र के टेकुआटार बाजार में भी ताजिया जुलूस के दौरान डीजे की आवाज को लेकर विवाद हो गया। देखते ही देखते दो पक्षों के बीच कहासुनी हुई और भगदड़ मच गई, जिसमें 8 वर्षीय एखलाक नामक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अगर पुलिस समय से मौके पर होती तो यह घटना टाली जा सकती थी।

गोपालगंज में ताजिया मिलान के दौरान हिंसक झड़प

बिहार के गोपालगंज जिले के माँझा थाना क्षेत्र में स्थित छवही तकी और सिकमी गाँव के बीच ताजिया मिलान के दौरान हिंसक झड़प और पत्थरबाज़ी हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सिकमी गाँव के लोगों ने छवही तकी के जुलूस पर पत्थरों से हमला किया, जिससे 6 से अधिक लोग घायल हो गए। एसडीपीओ राजेश कुमार के नेतृत्व में कई थानों की पुलिस ने मौके पर पहुँचकर स्थिति संभाली। गाँव में पुलिस कैंप तैनात किया गया है।

भागलपुर और वैशाली में भी हिंसा, फायरिंग का वीडियो वायरल

भागलपुर में दो पक्षों में भिड़ंत हो हुई, जिसमें 8 लोग घायल हुए है। घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक युवक फायरिंग करते देखा जा सकता है। वहीं वैशाली जिले में दो अखाड़ों आजाद अखाड़ा और पगला अखाड़ा  के बीच झड़प हुई और कुछ लोग घायल हो गए।

इन सभी घटनाओं के बाद प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। सभी जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और स्थिति फिलहाल नियंत्रण में बताई जा रही है।

बरेली में तनाव के बाद बाजार बंद

उत्तर प्रदेश के बरेली में साहूकारा बाजार में ताजिया रखने को लेकर दो समुदायों के बीच तनाव हो गया। हिंदू व्यापारियों ने विरोध में बाजार बंद कर दिया और दोषियों की गिरफ्तारी की माँग की। पुलिस ने इलाके में फोर्स बढ़ा दी है ताकि हालात और न बिगड़ें। इस घटना ने भी मुहर्रम के मातम को हिंसा और तनाव में बदल दिया।

इन सभी घटनाओं के बाद प्रशासन हर जगह अलर्ट हो गया है। बिहार और यूपी में पुलिस ने सख्त गाइडलाइंस जारी की हैं। बिना अनुमति जुलूस निकालने पर रोक है, और भड़काऊ हरकतों पर सख्ती बरती जा रही है। कई जिलों में ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी हो रही है। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। डीएम और एसपी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक तनाव को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।

हैरानी की बात ये है कि इन सभी जगहों पर पीस कमेटियों (शांति समितियों) की बैठकें हुई थी। इन बैठकों के बावजूद हिंसा का दौर थमा नहीं। ऑपइंडिया ने अपने लेख में विस्तार से बताया था कि कैसे इन पीस कमेटियों की बैठक का इस्तेमाल सिर्फ हिंदुओं को कटघरे में खड़े करने के लिए होता है, जबकि घटना को अंजाम हमेशा इस्लामी पक्ष देता है। शांति समितियों पर आधारित ऑपइंडिया की खास रिपोर्ट को यहाँ क्लिक करके पढ़ सकते हैं।



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