वक्त से पहले पूरा हो जाएगा SIR- आयोग
बिहार में 24 जून 2025 से 25 जुलाई 2025 तक चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के तहत वोटरों की गणना का काम पूरा किया गया। इसके बाद 1 अगस्त 2025 को मतदाता सूची के प्रारूप सामने आया। इसके आधार पर दावा, आपत्तियाँ और दस्तावेज जमा करने के लिए 1 अगस्त से 1 सितंबर 2025 तक यानी पूरे एक महीने का वक्त दिया गया।
#𝗕𝗶𝗵𝗮𝗿 #𝗦𝗜𝗥 : 𝐃𝐨𝐜𝐮𝐦𝐞𝐧𝐭𝐬 𝐨𝐟 𝟗𝟖.𝟐 % 𝐄𝐥𝐞𝐜𝐭𝐨𝐫𝐬 𝐚𝐥𝐫𝐞𝐚𝐝𝐲 𝐫𝐞𝐜𝐞𝐢𝐯𝐞𝐝 𝐰𝐢𝐭𝐡 𝟖 𝐦𝐨𝐫𝐞 𝐝𝐚𝐲𝐬 𝐬𝐭𝐢𝐥𝐥 𝐥𝐞𝐟𝐭
𝙍𝙚𝙖𝙙 𝙞𝙣 𝙙𝙚𝙩𝙖𝙞𝙡https://t.co/NeLTYo2urf pic.twitter.com/5AolvUn3Db
— Election Commission of India (@ECISVEEP) August 24, 2025
1 सितंबर में अभी भी 8 दिन बाकी हैं और केवल 1.8% मतदाताओं के ही दस्तावेज जमा करना शेष रह गया है। बीएलओ और स्वयंसेवकों की मदद से उनके दस्तावेज जमा करने का काम जारी है। ऐसे में माना जा रहा है कि वोटरों के गणना के काम की तरह, दस्तावेजों के जमा करने से जुड़ा काम समय से पहले पूरा हो जाएगा।
आयोग ने बीएलए से लेकर पार्टियों तक की तारीफ की
चुनाव आयोग ने इसके लिए बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, सभी 38 जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों, 243 ईआरओ, 2,976 एईआरओ, 90,712 बीएलओ, लाखों स्वयंसेवकों और सभी 12 प्रमुख राजनीतिक दलों के क्षेत्रीय प्रतिनिधियों, उनके जिला अध्यक्षों और 1.60 लाख बीएलए के काम की तारीफ की है।
दावा और आपत्तियों के एक महीने का वक्त मतदाताओं को वोटर लिस्ट में किसी तरह की गड़बड़ी होने पर उसकी शिकायत करने और दस्तावेज जमा करने के लिए है। ये दस्तावेज वे लोग जमा करा रहे हैं, जो गणना के वक्त नहीं दे पाए थे। आयोग के मुताबिक, 24 जून 2025 से 24 अगस्त 2025 तक यानी 60 दिनों में 98.2% व्यक्तियों ने दस्तावेज जमा कर दिए हैं यानी औसतन प्रतिदिन लगभग 1.64% लोगों ने दस्तावेज दिए। 24 जून 2025 से 243 ईआरओ और 2,976 एईआरओ इन जमा किए गए दस्तावेजों का सत्यापन भी कर रहे हैं।
सिर्फ 0.16% दावे और आपत्तियाँ प्राप्त हुई- आयोग
आयोग के मुताबिक राज्य की 7.24 करोड़ मतदाताओं में से, अब तक 0.16% दावे और आपत्तियाँ प्राप्त हुई हैं। बिहार में 12 मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के बीएलए से 10 दावे और आपत्तियाँ मिली हैं। राज्य के 3,28,847 नए मतदाता, जिन्होंने 18 साल पूरी कर ली है या 1 अक्टूबर तक 18 साल के हो जाएँगे, उन्होंने भी अपना फॉर्म 6 और घोषणा पत्र जमा कर दिया है।
आयोग के मुताबिक, सभी दावों और आपत्तियों पर फैसला और दस्तावेजों का सत्यापन 25 सितंबर 2025 तक संबंधित ईआरओ/एईआरओ कर लेंगे इसके बाद अंतिम जाँच किया जाएगा। आयोग के मुताबिक, मतदाता सूची 30 सितंबर 2025 को प्रकाशित कर दिया जाएगा।
विपक्ष लगातार विरोध में खड़ा रहा
बिहार में वोटर वेरिफिकेशन के खिलाफ विपक्ष लगातार हंगामा कर रहा है। कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी और तेजस्वी यादव वोटर अधिकार यात्रा निकाल रहे हैं और सरकार पर ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाते हुए आयोग के काम पर सवाल खड़े कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर बिहार की जनता आयोग की पूरी कवायद में साथ दे रही है। यही वजह है कि वोटरों की गणना भी वक्त से पहले हो पाया और अब दस्तावेजों को जमा करने का काम भी अपने अंतिम दौर में है।