अम्मी की फर्जी हस्ताक्षर किए उमर अंसारी ने
दरअसल गाजीपुर में फर्जी हस्ताक्षर का मामला सामने आया था। उमर अंसारी ने अपनी अम्मी 50 हजार की इनामी और फरार चल रही अफ्शा अंसारी के हस्ताक्षर किए थे। उसने यूपी गैंगस्टर अधिनियम की धारा 14 (1) के तहत जब्त संपत्ति को छुड़वाने के लिए कोर्ट में याचिका दायर की थी। ये संपत्ति मृतक पिता मुख्तार अंसारी के जुड़ी थी। पुलिस की टीम ने मेसर्स विकास कंस्ट्रक्शन की पार्टनरशिप डीड में अफ्शा अंसारी के हस्ताक्षर और याचिका में किए गए हस्ताक्षर में काफी अंतर पाया।
जाँच में ये भी सामने आयी कि याचिका में अफ्शा अंसारी का हस्ताक्षर नहीं है और ये फर्जी हस्ताक्षर उसके बेटे उमर अंसारी ने किया है। इसके बाद पुलिस ने जानबूझ कर फर्जी दस्तावेज बनाने और कोर्ट को गुमराह करने के आरोप में उमर अंसारी पर कई धाराओं में केस दर्ज किया।
गाजीपुर के एसपी डॉक्टर ईरज राजा के मुताबिक, ” मुख्तार अंसारी की गैंगस्टर एक्ट के तहत जो संपत्ति कुर्क की गई थी, उसे छुड़ाने के लिए फर्जीवाड़ा किया गया। उमर ने संपत्ति को छुड़ाने के लिए कोर्ट में अर्जी दायर थी, उसमें अपनी अम्मी अफशां अंसारी का फर्जी हस्ताक्षर कर कोर्ट को गुमराह किया “
वकील लियाकत अली पर एफआईआर दर्ज
इस मामले में उमर अंसारी के वकील लियाकत अली पर एफआईआर दर्ज की गई है। कोर्ट में वकील ने फर्जी हस्ताक्षर वाले दस्तावेज पेश किए। पुलिस ने इस मामले में उसे भी बराबर का दोषी माना है। पुलिस अन्य पहलुओं की जाँच कर अन्य दोषियों पर भी कड़ी कार्रवाई करेगी।