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2 घंटों तक व्हीलचेयर नहीं मिली, कोयंबटूर में बुजुर्ग पिता को फर्श पर घसीटकर ले गया मजबूर बेटा: काम की जगह चेहरा चमकाने में जुटे हैं तमिलनाडु के CM स्टालिन


तमिलनाडु अस्पताल वीडियो

तमिलनाडु की DMK सरकार की विफलता सामने आई है। जहाँ कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (CMCH) में एक बीमार पिता को कंधे पर खींचते हुए लाचार बेटे का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो के बाद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की सरकारी अस्पताल में व्यवस्थाएँ उजागर होती है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वीडियो मंगलवार (09 सितंबर 2025) का है, जब वी कालीदासन अपने 84 वर्षीय पिता सी वडिवेल का इलाज कराने कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (CMCH) पहुँचे थे।

वी कालीदास ने बताया, “रिसेप्शन में सिर्फ एक ही स्टाफ था, जो सही से बात भी नहीं कर रहा था। डॉक्टरों ने मेरे पिता का पैर काटने की सलाह दी थी। मैं उन्हें लिफ्ट की मदद से तीन मंजिला ऊपर ले गया। चूँकि मेरा भी मेडिकल ट्रीटमेंट चल रहा है इसलिए मैं वजन नहीं उठा सकता। उन्हें फिर से नीचे ले जाना मेरे लिए बहुत मुश्किल था।”

उन्होंने आगे कहा, “जब मैं एक महिला स्टाफ के पास गया, जिसके पास खाली व्हीलचेयर थी तो उसने 100 रुपए माँगे। मैं देने को तैयार हो गया। लेकिन फिर उसने मुझे 30 मिनट और इंतजार करने को कहा। इसीलिए मैं लिफ्ट की मदद से पिता को ले गया। हमारे साथ आए एक व्यक्ति ने वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू किया तो कर्मचारी व्हीलचेयर बढ़ाने के लिए आगे आया। लेकिन तब तक हम ऑटोरिक्शा तक पहुँच चुके थे।”

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद अस्पताल के खिलाफ जाँच शुरू की गई। जाँच के बाद CMCH के दो सुपरवाइजर एस्थर रानी और मनी मणि वासगम को 5 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया।

CMCH की डीन एम गीतांजलि ने मीडिया से बातचीत में पीड़ित वी कालीदासन की बात को नकारते हुए कहा कि स्टाफ के पैसे माँगने के कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं। डीन ने कहा, “भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए और मरीजों के इंतजार के समय को कम करने के लिए ग्रीन ब्रिगेड पहले लॉन्च की जाएगी।”

DMK सरकार की विफलता, CM स्टालिन को विदेश घूमने से नहीं फुरसत

कोयंबटूर के सरकारी अस्पताल का ये निंदनीय मामला सामने आने से तमिलनाडु की DMK सरकार की विफलता भी उजागर हुई है। उधर, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन विदेश का दौरा करते नहीं थक रहे हैं। एक RTI के अनुसार, मुख्यमंत्री की विदेश यात्राों पर राज्य सरकार ने ₹7.12 करोड़ खर्च कर दिए हैं। इसमें भी साल 2022 की दुबई यात्रा का विवरण सार्वजनिक नहीं किया गया, जिसकी पारदर्शिता पर भी सवाल उठाए गए थे।

मार्च 2025 में तमिलनाडु के बजट पेश करने के बाद यह भी सामने आया था कि पिछले चार साल में प्रदेश पर दोगुना कर्जा हो गया है। इसके बावजूद तमिलनाडु की DMK सरकार ने 46,467 करोड़ रुपए के घाटे वाला बजट पेश किया था।

जहाँ तमिलनाडु की एमके स्टालिन सरकार सिर्फ विदेश में घूमने पर खर्चा कर रही है और राज्य पर खर्चा बढ़ाए जा रही है, ऐसे में जनता तो परेशान होगी ही। इसके बाद जब सरकारी अस्पताल में भी मरीज को व्हीलचेयर न मिले तो इससे निंदनीय क्या ही होगा।



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