जहाँ एक ओर प्यार में पड़कर धोखे खाने वाली खबरें जब-तब सामने आती रहती हैं। वहीं, दूसरी ओर एलन मस्क ने इसके तोड़ के लिहाज से एक नया ‘आविष्कार’ कर डाला है। इस आविष्कार का नाम ‘एनी’ रखा गया है। एनी एलन मस्क की AI गर्लफ्रेंड के तौर पर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। इसे लेकर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाओं के साथ आलोचना भी हो रही है।
असल में एलन मस्क ने अपने AI चैटबॉट ग्रोक (Grok) में एक नया फीचर लॉन्च किया है। इसे ‘AI कंपेनियन्स’ कहा जा रहा है। इनमें एक गॉथिक एनीमे लड़की एनी (Ani) है। इसे सुनहरे बालों और काले कपड़े के साथ डिजाइन किया गया है।
ये यूजर्स से फ्लर्ट करती है, मीम्स भेजती है और भावनात्मक रूप से जुड़ने की कोशिश करती है। साथ ही ये सेक्स चैट (अंतरंग या यौन संकेतों वाली बातचीत) के लिए भी आसानी से उपलब्ध होगी।
इसके अलावा दूसरा कैरेक्टर बैड रूडी ( Bad Rudy) नाम का एक रेड पांडा है। इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि ये मजाक उड़ाने, ताना मारने और अश्लील स्वभाव भी दिख सकता है। मस्क के ये एनीमे यूजर्स को ऐसे 3D एनिमेटेड कैरेक्टर्स के रूप में मिलते हैं जिन्हें अपनी पसंद के अनुसार न केवल बदला जा सकता है पर साथ ही अपने अनुसार ढाला भी जा सकता है।
ये नए फीचर्स यूजर्स को ज्यादा रोमांचक और व्यक्तिगत अनुभव देने के लिहाज से तैयार किए गए हैं। एनी को 3D एनिमेशन, वॉयस सिंथेसिस और इमोशन रिकग्निशन जैसी क्षमताओं के साथ भी जोड़ा गया है। मस्क ने इस फीचर को ‘काफी शानदार’ बताया है और कहा है कि यह फिलहाल टेस्टिंग प्रक्रिया में है, लेकिन जल्द ही Super AI सब्सक्राइबर्स के लिए आसानी से उपलब्ध होगा।
Update your app to try out @Grok companions!https://t.co/3M9k0jUmSv https://t.co/DJrHXHI7IM
— Elon Musk (@elonmusk) July 14, 2025
प्रशंसा या आलोचना
एलन मस्क के इस नए ‘अविष्कार’ को जितने लोग पसंद कर रहे हैं उतनी ही इसकी आलोचना भी हो रही है। Apple के App Store पर Grok को 12+ उम्र के लिए सुरक्षित बताया गया है। इस लिहाज से एनी 12 वर्ष की आयु से अधिक हर किसी व्यक्ति के लिए आसानी से उपलब्ध हो सकती है। ऐसे में इसे लेकर भविष्य में कई चुनौतियाँ सामने आने के आसार हैं।
एनी के साथ बातचीत के दौरान ‘नॉट सेफ फॉर वर्क’ यानी NSFW मोड भी डाला गया है। इसके तहत एनी यूजर के लिए अंतरंगता के स्तर तक आ सकती है। इसके तहत वह यूजर के कहने पर बिकनी जैसे कपड़ों में दिख सकती है और उसी स्तर की बात भी कर सकती है।
इसे लेकर कई संस्थाओं ने आलोचना की है। नेशनल सेंटर ऑन सेक्शुअल एक्प्लॉइटेशन (National Center on Sexual Exploitation) ने एनी को बच्चों को यौन स्तर पर सरलता से उपलब्ध होने और यौन व्यवहार में जोखिम बढ़ाने वाला बताया है। इससे बच्चों के लिहाज से वैश्विक सुरक्षा चिंताओं समेत कई तरह के अपराध बढ़ने की भी आशंका जताई गई है।
असल में एनी को डिजाइन जापानी ‘waifu culture’ से प्रेरित है। इसमें लोग एनीमे पात्रों से भावनात्मक जुड़ाव महसूस करते हैं। सांस्कृतिक संदर्भ से देखा जाए तो एक क्षेत्र विशेष या कुछ अन्य यूजर्स के लिए ये आकर्षक हो सकता है, लेकिन इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि ये यौन संबंधों के प्रचार और एक तरह से भावनात्मक शोषण के लिए भी जिम्मेदार हो सकता है।
किसके लिए है उपलब्ध
यह फीचर फिलहाल सिर्फ iOS ऐप और SuperGrok Heavy सब्सक्राइबर्स के लिए ही उपलब्ध है, जिनकी मासिक कीमत $300 (लगभग ₹25,700) है। xAI ने इस फीचर को $30/माह के SuperGrok सब्सक्रिप्शन में शामिल किया है।
इसके साथ ही मस्क ने इस फीचर में और नयापन लाने के लिए ‘Waifu Engineer’ की वैकेंसी सामने आई है। इसके तहत 180,000 से 440,000 डॉलर (1 करोड़ 54 लाख 70 हजार 700 से 34 करोड़ 80 लाख रुपए) की नौकरियाँ भी निकाली गई हैं। इससे ये तो साफ है कि कंपनी इस तकनीक को और विस्तार देने की योजना बना रही है
तकनीकी के स्तर पर एनी को मनोवैज्ञानिक तौर पर ‘इंटिमेसी सिस्टम’ की तरह काम करने वाला बनाया गया है। इसका अर्थ है कि जैसे-जैसे यूजर एनी से बात करता जाएगा, वैसे वैसे एनी का व्यवहार भी उसी स्तर पर अधिक व्यक्तिगत और अंतरंग होता चला जाएगा।
विश्लेषकों का मानना है कि इससे ऑनलाइन स्तर पर भावनात्मक निर्भरता और डिजिटल अकेलापन बढ़ने के आसार होंगे। ऐसे में इसे मानव संबंधों की जगह लेने वाला एक खतरनाक विकल्प बताया जा रहा है। हालाँकि इन्हीं के बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस तरह की प्रणाली को ‘रिलेशनशिप का भविष्य’ भी मान रहे हैं।
एक तरह से देखा जाए तो एनी तकनीक का वह चमत्कार है जो आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस और इंसान की भावनाओं के बीच एक समन्वय बनाने की कोशिश कर सकता है। लेकिन इसके साथ ही यह नैतिक, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक खतरों को भी सामने लाता है।
एलन मस्क का यह तकनीकी अविष्कार AI के भविष्य की दिशा भी तय कर सकती है और साथ ही सवाल भी उठा सकती है कि तकनीक का सहारा लेकर अकेलेपन का इलाज ढूँढना कितना सही और सुरक्षित हो सकता है।