उत्तर प्रदेश के जिला सिद्धार्थनगर के एक इंटर कॉलेज से धर्मांतरण का खेल सामने आया है। यहाँ नौकरी दिलाने की आड़ में लोगों का धर्मांतरण किया जा रहा था। इस मामले में लिखित शिकायत मिलने के बाद यूपी पुलिस ने आरोपित मैनेजर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपित के तार छांगुर पीर से भी जुड़े हो सकते हैं पुलिस इसे लेकर भी जाँच कर रही है।
इस पूरे मामले को लेकर ऑपइंडिया ने शिकायकर्ता अखंड प्रताप सिंह से बातचीत की। बातचीत में शिकायतकर्ता ने इंटर कॉलेज के मैनेजर मोहम्मद शब्बीर अहमद पर गंभीर आरोप लगाए और कॉलेज में शिक्षा की आड़ में हो रहे धर्मांतरण के खेल का भी खुलासा किया है।
दरअसल मामला सिद्धार्थनगर जिले के इटवा थाना क्षेत्र के अल फारुक इंटर कॉलेज का है और शिकायतकर्ता अखंड प्रताप सिंह पुत्र उमेश प्रताप सिंह नगर पंचायत डुमरियागंज जिला सिद्धार्थनगर के मूल निवासी हैं। शिकायतकर्ता ने पुलिस और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दी लिखित शिकायत में बताया कि वर्ष 2020-21 के सत्र में उन्हें अल फारुक इंटर कॉलेज में बाबू के रिक्त पद की जानकारी मिली। इस पर जब वह कॉलेज गए तो मैनेजर शब्बीर अहमद ने 15 हजार रुपए महीने देने की बात करते हुए, नौकरी ज्वाइन करने को बोला। इस पर अगले दिन से प्रताप सिंह कॉलेज जाने लगे।
अखंड प्रताप सिंह के मुताबिक, करीब 8-10 दिन बाद मैनेजर शब्बीर अहमद ने उन्हें अपने ऑफिस बुलाया। ऑफिस में बैठे चार-पाँच लोगों के बीच ड्यूटी एग्रीमेंट के नाम पर मुझसे 100 रुपए के ब्लैंक स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर कराए। इसके बाद मैनेजर शब्बीर ने हिंदू धर्म और पूजा पद्धति को लेकर विरोध करते हुए अखंड प्रताप सिंह से इस्लाम धर्म स्वीकार करने की बात कही। जब इंकार किया तो उन पर दवाब बनाया गया। फिर इस्लाम स्वीकार करने पर लालच देते हुए व्हाट्सऐप कॉल से विदेश में बैठे एक मौलाना से बात कराई।
मौलाना ने कॉल पर इस्लाम में आने की दावत देते हुए इस्लाम स्वीकार करने पर 20 लाख रुपए देने की बात कही और फिर बड़ोदरा-गुजरात जमात में मिलने के लिए कहा। इसके बाद अखंड प्रताप कैसे भी मैनेजर की ऑफिस से निकल गए। घटना के कुछ दिन बाद से शब्बीर सादे स्टांप पेपर पर धर्म परिवर्तन की बात लिखकर दिखाते हुए अखंड प्रताप पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाता रहा। विरोध करने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी गई।
पहले भी की थी पुलिस में शिकायत
शिकायतकर्ता अखंड प्रताप सिंह के मुताबिक, इस संबंध में वह पहले नजदीकी थाने में शिकायत लेकर गए थे लेकिन थाना पुलिस ने मामले की शिकायत एसएसपी और मुख्यमंत्री से करने की बात करते हुए थाने से टाल दिया था। प्रताप सिंह का दावा है कि आरोपित शब्बीर अहमद करोड़पति होने के साथ ही काभी प्रभावशाली व्यक्ति है। इसी के चलते प्रताप सिंह डर कर घर बैठ गए, लेकिन झांगुर पीर की धर्मांतरण मामले में गिरफ्तारी के बाद आत्मविश्वास बढ़ा तो अखंड प्रताप ने मीडिया में आकर अपनी पीड़ा बताई और पुलिस को लिखित शिकायत दी।
मैनेजर शब्बीर अहमद गिरफ्तार, भेजा गया जेल
शिकायतकर्ता अखंड प्रताप सिंह की लिखित शिकायत के बाद अल फारुक इंटर कॉलेज के मैनेजर मोहम्मद शब्बीर अहमद को सिद्धार्थनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इटवा पुलिस और इस मामले की जाँच कर रहे चौकी इंचार्ज अनिल ओझा ने ऑपइंडिया को बताया कि आरोपी शब्बीर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। कुछ दस्तावेज भी पुलिस ने इंटर कॉलेज से बरामद किए हैं। शिकायतकर्ता के आरोपों को लेकर मामले की जाँच की जा रही है। छांगुर पीर से कनेक्शन के एंगल से भी पुलिस जाँच कर रही है।
आरोपित शब्बीर के समर्थन में आए भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेखर रावण
मामले में आरोपित शब्बीर अहमद की गिरफ्तारी के बाद भीम आर्मी चीफ ने एक ट्वीट के माध्यम से शब्बीर अहमद को धार्मिक शिक्षा, सामाजिक समरसता और सद्भाव का प्रतीक बताया, साथ ही शिकायतकर्ता के आरोपों को निराधार और फर्जी करार दिया। इस पर अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि चन्द्रशेखर रावण अपनी राजनीति कर रहे हैं। उन्हें इतना ही सामाजिक बनने का शौक है तो वह अपने संसदीय क्षेत्र नगीना की चिंता करे, बाकी पूरा प्रदेश सीएम योगी संभाल लेंगे।