बीजेपी नेता और उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा है कि समाजवादी पार्टी हमेशा संविधान का उल्लंघन करती है। हमारा संविधान किसी धार्मिक स्थल का राजनीतिक इस्तेमाल की इजाजत नहीं देता है। उन्होंने कहा, “अखिलेश यादव राजनीतिक मकसद साधने के लिए एक मस्जिद का इस्तेमाल किया है। वह एक समाजवादी नहीं बल्कि नमाजवादी हैं। ” उन्होंने कहा कि वह हमेशा नमाजवादी बने रहना चाहते हैं।
#WATCH | On SP chief Akhilesh Yadav allegedly using mosque for a meeting, Uttar Pradesh Deputy CM Brajesh Pathak says, "Samajwadi Party chief and Samajwadi Party always violates the Constitution. The Indian Constitution says that we cannot use religious places for political… pic.twitter.com/bmKkCKbH0U
— ANI (@ANI) July 23, 2025
मस्जिद को राजनीतिक मंच बनाए जाने पर बीजेपी का कहना है कि इससे अल्पसंख्यकों की भावना भी आहत हुई हैं साथ ही सियासी मर्यादाएँ टूटी हैं। बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने कहा कि एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव और सांसद डिंपल यादव ने मस्जिद को राजनीतिक गतिविधि के लिए इस्तेमाल कर मुस्लिम समाज की भावनाओं से खिलवाड़ किया है।
उन्होंने डिंपल यादव के बैठने के तरीके की भी आलोचना की और इसे परंपरा के खिलाफ बताया। साथ ही मस्जिद के इमाम मोहिबुल्लाह नदवी को समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता करार दिया। जमाल सिद्दीकी ने अखिलेश यादव और डिंपल यादव पर बैठक को लेकर एफआईआर दर्ज करने की बात कही। उन्होंने एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी के अब तक चुप रहने पर भी सवाल खड़े किए।
उन्होंने कहा कि संसद मार्ग स्थित उसी मस्जिद में नमाज के बाद 25 जुलाई को बैठक करेंगे, जिसकी शुरुआत राष्ट्रीय गीत से समापन राष्ट्रीय गान से होगी। जमाल सिद्दीकी ने सोशल मीडिया पर अखिलेश यादव की बैठक का फोटो शेयर करते हुए ये बातें कही हैं।
नई दिल्ली संसद भवन की मस्जिद में सपा की बैठक श्री अखिलेश यादव की प्रमुख उपस्थिति में संपन्न हुई है ।
इसी मस्जिद मे दिनांक 25 जुलाई दिन शुक्रवार बाद नमाज़ जुमा Bharatiya Janata Party (BJP) अल्पसंख्यक मोर्चा पदाधिकारी- कार्यकर्ता की बैठक आयोजित की जा रही है । क्रपया नोट कर लें । pic.twitter.com/Rzlz8yBy5k— Jamal Siddiqui (@JamalSiddiqui_) July 22, 2025
दरअसल 22 जुलाई को अखिलेश यादव ने मस्जिद में समाजवादी पार्टी की बैठक बुलाई थी। राजनीति को धर्म को जोड़ने का जवाब तो अखिलेश यादव नहीं दे रहे हैं, बल्कि उल्टे बीजेपी पर ही धर्म को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने का आरोप लगा रहे हैं।
#WATCH | Delhi | On his meeting held allegedly inside a mosque on Parliament Street, Samajwadi Party MP Akhilesh Yadav says, "…Faith connects…However, the BJP wants people to stay divided, not united. We have faith in all faiths…BJP's tool is religion…" pic.twitter.com/QG6yQg9Srk
— ANI (@ANI) July 23, 2025
बीजेपी पर आरोप लगाकर अखिलेश यादव अपने मुस्लिमपरस्त राजनीति को सही साबित करने की कोशिश करते रहे हैं।