भोपाल रेप केस के मामले में पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। कोर्ट में इस केस की सुनवाई 22 जुलाई 2025 को होगी। केस के मुख्य आरोपित फरहान और उसके साथियों से जुड़ी कई अहम जानकारियों का खुलासा इस चार्जशीट में किया गया है।
मुख्य आरोपित फरहान लड़कियों के साथ रेप करने वाले वीडियो दिखलाकर धमकी देता था कि वह पीड़िताओं के साथ भी वैसा ही करेगा। इसके अलावा सबसे पहले जिस पीड़िता ने FIR करवाई थी, उसे फरहान ने शिकायत करने से मना किया था। वह उसे कागज पर लिखकर देने को तैयार था कि उसके साथ वह दोबारा दुष्कर्म नहीं करेगा। हालाँकि पीड़िता उसके बहकावे में नहीं आई।
क्या था मामला
भोपाल के पिपलानी थाना क्षेत्र के कोकता स्थित निजी कॉलेज में ‘मुस्लिम गैंग’ ने कई छात्राओं से रेप किया। छात्राओं को दोस्ती का झाँसा देकर फँसाया गया। आरोपितों ने पहले लड़कियों को अपने प्रेम जाल में उलझाया, फिर उनके साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए। इतना ही नहीं, उन्होंने पीड़िताओं पर धर्म बदलने का दबाव डाला और हिंदू धर्म के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियाँ कीं।
रेप कर उनका वीडियो बनाया गया। वायरल करने की धमकी दी गई। इसके बाद 12 अप्रैल 2025 को भोपाल के बागसेवनिया थाने में दो लड़कियों ने एफआईआर लिखवाई कि फरहान और उसके साथियों ने मिलकर उसके साथ रेप और ब्लैकमेलिंग समेत कई घटनाओं को अंजाम दिया है। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 13 अप्रैल को फरहान को गिरफ्तार किया।
एक शिकायत के बाद 5 अन्य पीड़िताओं ने भी हिम्मत दिखाई और FIR दर्ज करवाई। मामले की तह खुलती गई तो फरहान के अलावा 6 और आरोपित भी पुलिस के हत्थे चढ़े। इसके बाद पुलिस ने मामले की गहन पड़ताल की और मामले की चार्जशीट दाखिल की। इसमें मेडिकल रिपोर्ट, डिजिटल सुबूत और गवाहों के बयान आदि को शामिल किया गया।
कब कौन हुआ गिरफ्तार
दो बहनों की ओर से पहली प्राथमिकी दर्ज होने के बाद 13 अप्रैल 2025 को फरहान को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद 20 अप्रैल 2025 को दूसरे आरोपित साद को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके बाद लगातार FIR दर्ज होने के साथ साथ आोरपितों के पकड़े जाने की कड़ी चलती रही।
तीसरे आरोपित साहिल पन्ना को पुलिस ने 27 अप्रैल तो वहीं चौथे आरोपित अली को 28 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया। इसी के दो दिन बाद 1 मई 2025 को पाँचवा आरोपित नबील भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। हालाँकि छठा आरोपित अबरार काफी दिनों की पुलिस की गिरफ्त से फरार रहा। 30 जून 2025 को इटारसी से पुलिस ने अबरार को पकड़ा।
दोस्ती, रेप और ब्लैकमेल
रिपोर्ट्स के अनुसार, पूरे मामले में 57 गवाहों की सूची के साथ 240 पन्नों का चालान तैयार कर जिला न्यायालय में जज नीलम मिश्रा की कोर्ट में पेश किया गया। पीड़िताओं ने जाँच के दौरान अपने बयान में ये भी बताया कि उन्हें जबरन मटन-चिकन खिलाया गया। इसके अलावा उनके वीडियो बनाए गए और ब्लैकमेल किया गया। आरोपितों ने उन पर इस्लाम कबूलने के लिए दबाव डाला।
एक पीड़िता ने बताया कि फरहान से उसकी मुलाकात बहन के कॉलेज में हुई थी। उसने जबरदस्ती दोस्ती की। पीड़िता ने बताया कि इसके बाद अप्रैल 2023 में मुझे बाहर घुमाने के बहाने फरहान अशोका गार्डन स्थित अपने घर लेकर गया। वहाँ उसने मेरे साथ रेप किया।
साथ ही उसने मोबाइल में लड़कियों के साथ रेप के वीडियो दिखलाकर कहा था कि तेरे साथ भी ऐसे ही करूँगा। फरहान ने पीड़िता को धमकी भी दी थी कि अगली बार सेक्स नहीं किया तो पापा-भाई को मार देगा।
इसके बाद घरवालों को हिम्मत करके उसने सारी बात बताई तो परिवार ने शिकायत दर्ज करवाने का साहस दिया। हालाँकि शिकायत से एक दिन पहले फरहान ने पीड़िता को धमकी भरा कॉल किया और कहा कि वह फरार हो जाएगा। पुलिस उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी।
इसी तरह दूसरी FIR करवाने वाली पीड़िता को भी फरहान ने अपने रिश्ते में मामा लगने वाले अली से मिलवाया। उसके बाद 2024 में अली उसे अबरार के घर पर लेकर गया। वहाँ फरहान और अली ने रेप कर वीडियो बनाई। साथ ही पीड़िता के घरवालों को बताने की धमकी के साथ लगातार मिलने की बात कही।
पुलिस के सामने दिया बयान- कोई पछतावा नहीं
फरहान ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसे हिन्दू लड़कियों का रेप करने, उन्हें फँसाने और ब्लैकमेल करने का कोई भी पछतावा नहीं है। इस्लाम के हिसाब से ये सब उसके लिए सवाब का काम है।
फरहान ने यह भी बताया है ‘मुस्लिम गैंग’ हिन्दू लड़कियों का जीवन बर्बाद करना चाहता था और इस काम को जिहाद मानता था, इसलिए हिंदू लड़कियों को ही निशाना बनाया जाता था। फरहान ने तो पुलिस से ये तक कहा कि हिन्दू लड़कियों को फँसा कर रेप करने का उसे गर्व है।