इसमें देखा जा सकता है कि पूर्व सीएम रेड्डी को ले जा रहे वाहन के पहियों के नीचे शख्स आ जाता है और उसकी मौत हो जाती है। ये वीडियो अब वायरल हो गया है। जगन मोहन रेड्डी ने घटना पर दुख जताते हुए मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है।
हाथ मिलाते नेता और धक्का-मुक्की करते कार्यकर्ता
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी अपना हाथ हिलाते हुए अपनी कार की गेट पर खड़े हैं। इस दौरान समर्थक उनसे हाथ मिलाने के लिए एक-दूसरे को धक्का-मुक्की करते नजर आ रहे हैं। कार धीमी रफ्तार से आगे बढ़ रही है। तभी एक व्यक्ति कार के अगले पहिए के नीचे आ जाता है और किसी को पता भी नहीं चलता। ये घटना गुंटूर जिले के इटुकुरु गाँव से गुजरने वाली नेशनल हाइवे पर हुई है।
कार की पहिए के नीचे आया शख्स
पूर्व सीएम रेड्डी की कार के पहिए के नीचे आने वाले शख्स का नाम चीली सिंगैया है। वह वेंगलयापलेम गाँव का रहनेवाला है और वाईएसआरसीपी का समर्थक है। दरअसल जगन मोहन रेड्डी की सत्तेनापल्ली मंडल के रेंटापल्ली गाँव में एक प्रतिमा का अनावरण करना था, इसलिए वहाँ काफी भीड़ जमा थी। सड़क के दोनों किनारों पर लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था। जब काफिला गुजरा तो सिंगैया ने पूर्व सीएम पर फूल बरसाने का प्रयास किया।
इस दौरान वह पूर्व सीएम रेड्डी की गाड़ी से टकरा गया और उसके नीचे आ गया। हुजूम अपने नेता पर फूल बरसाने में बिजी रही, जय-जयकार करती रही। इतने शोर-शराबे में एक समर्थक की चीख न नेताजी के कान तक पहुँची और न ही किसी समर्थक ने इस पर ध्यान दिया।
कार चालक कार बढ़ाता गया और समर्थक नेताजी की कार के नीचे बुरी तरह से कुचल गया। इस घटना के दौरान ही कई लोग कार पर चढ़े दिखे। हर कोई सीएम रेड्डी को छू लेना चाहता था। लेकिन किसी को कार के सामने गिरे व्यक्ति की आवाज सुनाई नहीं दी।
वीडियो में दिखा गर्दन पर चढ़ा कार का पहिया
वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि जब सिंगैया गाड़ी के पास गिरते हैं, गाड़ी बिना रुके आगे बढ़ती रहती है, और पहिया उनकी गर्दन के ऊपर से गुजर जाता है। जब तक किसी ने देखा और उन्हें बचाने की कोशिश की तब तक वे बुरी तरह घायल हो चुके थे। पुलिस ने सिंगैया को गुंटूर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
गुंटूर के पुलिस अधीक्षक सतीश कुमार और गुंटूर रेंज के आईजी श्रेष्ठा त्रिपाठी ने घटना की पुष्टि की है। शुरुआती जाँच में पता चला है कि इस काफिले में 30-35 गाड़ियाँ थीं, जबकि पुलिस ने सिर्फ 3 गाड़ियों की परमिशन दी थी। पुलिस अधिकारियों ने जाँच के बाद काफिले में शामिल अन्य गाड़ियों पर कार्रवाई का भरोसा दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जाँच कर रही है कि क्या ये लापरवाही था या जानबूझ कर घटना को अंजाम दिया गया।
पीड़ित परिवार ने न्याय की लगाई गुहार
घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं साथ ही पूर्व सीएम के काफिले के कुप्रबंधन को भी उजागर किया है। मृतक सिंगैया के परिजनों ने सरकार से घटना की जाँच कराने और न्याय देने की माँग की है।
वीडियो सामने आने के बाद, राज्य के मंत्री गोट्टीपति रवि कुमार ने कहा कि वाईएसआरसीपी नेता अपने प्रचार स्टंट के लिए लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल रहे हैं।