बिहार के सीतामढ़ी के पुनौरा धाम में शुक्रवार (8 अगस्त 2025) को माँ जानकी के भव्य मंदिर की आधारशिला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रखेंगे। इससे पहले मोदी सरकार ने सीतामढ़ी को ‘अमृत भारत एक्सप्रेस’ का उपहार दिया है।
सीतामढ़ी से दिल्ली के बीच चलने वाली इस ट्रेन को अमित शाह 8 अगस्त को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। पुनौरा धाम के साथ बिहार की नीतीश सरकार भगवान राम और माँ सीता से जुड़े फुलहर जैसे अन्य स्थलों को भी नव जीवन प्रदान कर रही है। साथ ही अयोध्या से पुनौरा धाम को सीधे जोड़ने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग का भी निर्माण हो रहा है।
जानकारी के अनुसार, जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय झा ने सीतामढ़ी और दिल्ली के बीच नई अमृत भारत ट्रेन को मंजूरी मिलने की जानकारी साझा की है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने कहा, “माँ जानकी की पावन प्राकट्य स्थली पुनौराधाम (सीतामढ़ी) में 8 अगस्त को होने वाले भव्य माँ जानकी मंदिर के निर्माण के भूमि पूजन एवं कार्यारंभ कार्यक्रम के दौरान गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएँगे।”
सीतामढ़ी और दिल्ली के बीच नई अमृत भारत ट्रेन की सेवा शुरू करने के लिए संजय झा के नेतृत्व में NDA के कुछ सांसद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से 5 अगस्त 2025 को मिले थे। अब पुनौरा धाम में रेलवे स्टेशन बनाने की भी माँग हो रही है। इसके लिए बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने रेलवे बोर्ड को पत्र लिखा है। उनका कहना है कि माँ सीता के मंदिर तक पहुँचने के लिए नेशनल हाईवे का निर्माण हो रहा है। लेकिन जब रेलवे लाइन भी मंदिर के पास से गुजरती है तो पुनौरा धाम में रेलवे स्टेशन का भी निर्माण किया जाना चाहिए।
माँ जानकी के प्राकट्य स्थल के पुनरुद्धार के साथ-साथ केंद्र सरकार भगवान राम और माँ सीता से संबंधित अन्य स्थानों का भी विकास कर रही है। 26 जुलाई 2025 को सीएम नितीश कुमार ने एक्स पर एक पोस्ट साझा किया था। इसमें उन्होंने बताया था, “मधुबनी जिले में अवस्थित फुलहर स्थान, हरलाखी की पावन धरती माता जानकी और प्रभु श्रीराम के प्रथम मिलन की साक्षी रही है। यह स्थान उनके प्रथम मिलन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है।”
मधुबनी जिले में अवस्थित फुलहर स्थान, हरलाखी की पावन धरती माता जानकी और प्रभु श्रीराम के प्रथम मिलन की साक्षी रही है। यह स्थान उनके प्रथम मिलन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। आज मुझे यहां 31.13 करोड़ रुपए की लागत से पर्यटकीय सुविधाओं के विकास कार्य के शिलान्यास का सौभाग्य प्राप्त… pic.twitter.com/sid9tfo9FU
— Nitish Kumar (@NitishKumar) July 26, 2025
सीएम नितीश ने आगे लिखा, “मधुबनी जिले के हरलाखी में यात्रियों की सुविधा के लिए 31.13 करोड़ रुपए की लागत से पर्यटकीय सुविधाओं के विकास कार्य के शिलान्यास की घोषणा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।” बता दें कि यह स्थान श्री राम और सीता के प्रथम मिलन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है।
इसके अलावा रामनवमी के अवसर पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने बिहार को राम जानकी पथ के रूप में एक बड़ी सौगात दी थी। माता जानकी की जन्मस्थली सीतामढ़ी को भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या से जोड़ने वाले राम-जानकी पथ को धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण भी माना जा रहा है।
बता दें कि राम-जानकी मार्ग उत्तर प्रदेश-बिहार बॉर्डर के समीप मेहरौना घाट से शुरू होगा और सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर होते हुए सीतामढ़ी के भिट्ठा मोड़ तक जाएगा। इस 240 किलोमीटर लंबी और 70 मीटर चौड़ी सड़क परियोजना पर होने वाली कुल अनुमानित लागत करीब 6155 करोड़ रुपये आँकी गई है।
राम जानकी मार्ग विकसित होने से राम जन्मभूमि अयोध्या और माता सीता की जन्मस्थली तक भक्तों के लिए यात्रा सुविधाजनक हो जाएगी। वहीं इस मार्ग के बनने से क्षेत्र में पर्यटन विकास की संभावनाएँ बढ़ेंगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।