क्रिप्टो क्रिश्चियन पर सीएम फडणवीस सख्त

महाराष्ट्र सरकार अब धर्मांतरण पर कानून लाने की तैयारी कर रही है। विधान परिषद में सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने इसकी घोषणा की है। बहस के दौरान ये सामने आया कि लोग हिन्दू नहीं होते हुए भी हिन्दू जातियों के नाम पर जॉब, शिक्षा और दूसरी सरकारी सुविधा का फायदा उठा रहे हैं।

महाराष्ट्र विधान परिषद में एमएलसी अमित गोरखे के इस ओर ध्यान दिलाने पर सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने धर्मांतरण पर सख्ती के संकेत दिए।

जातिगत आरक्षण का फायदा सिर्फ हिन्दू-बौद्ध और सिख को

उन्होंने कहा कि हिन्दू, बौद्ध और सिख के अनुसूचित जाति के लोगों को ही सिर्फ आरक्षण का फायदा मिलेगा। बाकी लोगों की ये सुविधा रद्द कर दी जाएगी।

राज्य में छिप कर धर्म परिवर्तन करने वाले ‘क्रिप्टो क्रिश्चियन’ पर सरकार कार्रवाई करेगी। ये लोग सरकारी कागजों में हिन्दू हैं लेकिन ईसाइयत को मानते हैं। इससे सही लोगों तक आरक्षण और सरकारी सुविधाओं का फायदा नहीं पहुँच पाता है।

सीएम फडणवीस के मुताबिक, “ये लोग आरक्षण का गलत फायदा उठाकर सरकारी नौकरी में हैं। यहाँ तक कि जो अनुसूचित जाति की सीट से चुनाव जीते हैं और पात्र नहीं हैं। उनकी जीत को अमान्य कर दिया जाएगा।”

मुखौटा हिन्दू का लगा कर उठाते हैं फायदा

महाराष्ट्र विधानपरिषद के सदस्य अमित गोरखे ने आरोप लगाया कि कई क्रिप्टो क्रिश्चियनअनुसूचित जाति- जनजाति, खानाबदोश और दूसरी जनजातियों से हैं। ये लोग चुपके से ईसाइयत अपना लेते हैं। उनके रीति-रिवाजों को मानते हैं लेकिन कागज में खुद को हिन्दू ही दिखाते हैं। इसके आधार पर जातिगत आरक्षण का लाभ लेते हैं। उनकी पहचान अक्सर अंतिम संस्कार के वक्त होती है।

राज्य में हिन्दू जनजातीय आबादी ज्यादातर सांगली, नंदुरबार और अहमदनगर जैसे क्षेत्रों में है। यहाँ जागरुकता के अभाव में ये लोग सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पाते हैं।

धर्मांतरण पर महाराष्ट्र में बनेगा कानून

विधान परिषद में सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में ‘क्रिप्टो क्रिश्चियन’ को सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिले, इसके लिए कानून लेकर आएगी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि सिर्फ तीन धर्मों के पिछड़े, दलित और जनजातीय समुदाय के लोगों को आरक्षण और दूसरी सरकारी सुविधाओं का लाभ मिलेगा।

इसके अलावा किसी को सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिलेगा। अगर किसी ने गलत तरीके से सरकारी नौकरी पाने की कोशिश की तो उस पर एक्शन होगा। जाति प्रमाण पत्र रद्द कर दिया जाएगा।

सीएम फडणवीस ने कहा कि राज्य में धर्मांतरण विरोधी विधेयक लाने पर सरकार विचार कर रही है। हालाँकि उन्होंने साफ किया कि अपनी इच्छा से धर्मांतरण करने वालों को सरकार नहीं रोकेगी।

झाँसा देकर शादी और फिर ईसाईयत के लिए दबाव

विधानपरिषद की सदस्य और बीजेपी नेता चित्रा वाघ ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि एक हिन्दू महिला की शादी धोखे से ऐसे व्यक्ति से कर दी गई जो छिप कर ईसाइयत को मानता था। उसके घरवालों ने महिला को हिन्दू धर्म छोड़ने के लिए दबाव बनाया। उसे प्रताड़ित किया जाने लगा। यहाँ तक कि 7 महीने की गर्भवती होने के बाद उसकी मौत हो गई।

इस पर सीएम फडणवीस ने कहा कि कोई भी व्यक्ति किसी भी धर्म का पालन कर सकता है लेकिन उसके साथ जबरदस्ती नहीं की जा सकती। सरकार राज्य में धर्मांतरण के लिए जबरदस्ती या लालच देने की शिकायतों की जाँच करेगी। इसमें जो भी संगठन जुड़ा होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी।

सीएम ने कहा, ” “ऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कानून को और सख्त बनाने के लिए एक पैनल का गठन किया गया था। राज्य सरकार ऐसे मामलों से निपटने के लिए कड़े कानून बनाने का इरादा रखती है।”

कौन हैं क्रिप्टो क्रिश्चियन ?

क्रिप्टो क्रिश्चियन ऐसे लोग हैं जिनका नाम और पहचान हिन्दू, बौद्ध और सिख है, लेकिन छिप कर ये लोग ईसाइयत को मानते हैं। भारत में दिए गए जातिगत आरक्षण का लाभ उठाते हैं और सरकारी नौकरियाँ करते हैं। आरक्षित सीट से चुनाव लड़कर जीत जाते हैं। ये लोग ऐसे गरीब एससी-एसटी और दूसरी जातियों का हक मारते हैं जिन्हें आरक्षण की सख्त आवश्यकता है।

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