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‘गोमांस खाओ, कुरान पढ़ो, इस्लाम कबूलो’: जिसके झाँसे में आकर घर से भागी हिंदू युवती, वही शहबाज अब कह रहा- मेरे घर में भगवान नहीं चाहिए, अल्लाह को मानो


बेगूसराय लव जिहाद

बिहार के बेगूसराय में इंदौर की हिंदू युवती को मोहम्मद शहबाज ने जबरन धर्म परिवर्तन और गोमांस खिलाने का दबाव बनाया। दो साल तक लिव-इन में रहने के बाद निकाह किया। आरती से आरती परवीन बना दिया। युवती का कहना है कि शौहर इस्लाम धर्म न अपनाने पर मारपीट करता है। युवती ने पुलिस से घर वापस भेजने की गुहार लगाई है।

आरती ने महिला पुलिस थाने पहुँचकर आपबीती सुनाई है। आरती ने बताया कि शहबाज ज्वेलरी शॉप में माला गूंथने का काम करता था। तब वीडियो कॉल करके कहता था कि यह उसकी दुकान है। शहबाज ने जिंदगी भर खुश रखने का वादा किया। इसके बाद साल 2018 में आरती इंदौर से भागकर बेगूसराय शहबाज के पास आ गई।

यहाँ 2 साल लिव-इन में रहने के बाद साल 2020 में शहबाज ने आरती से निकाह कर लिया। आरती का नाम बदलकर आरती परवीन रख दिया। तब से रोजाना धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाता है। गोमांस खाने और नमाज पढ़ने के लिए जबरदस्ती करता है।

“पैसे माँगों, नहीं तो धंधा करवाऊँगा”

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, आरती ने बताया कि पहले शहबाज उसे खुश रखता था, लेकिन अब रोजाना मारपीट करता है। आरती ने कहा, “गंदी-गंदी गालियाँ भी देता है। दहेज के लिए प्रेशर बनाता है। कहता है कि माँ और भाई से एक लाख रुपए माँगो, नहीं तो धंधा करवाऊँगा गोमांस खाने को मजबूर करता है। नहीं खाती तो पीटता है।”

आरती कहती है, “मैं हिंदू धर्म ही मानती हूँ। मैंने धर्म परिवर्तन नहीं किया है। लेकिन वो कहता है नमाज पढ़ो, रोजा रखो, कुरान पढ़ो। मेरे मोबाइल में कृष्ण भगवान की फोटो थी, वह भी डिलीट कर दिया। उसका कहना है कि मेरे घर में कोई भगवान नहीं चाहिए, सिर्फ मेरे अल्लाह को मानो।”

आरती का घरवालों से नहीं कोई संपर्क

साल 2018 में शहबाज के झाँसे में आकर आरती घरवालों के खिलाफ आकर घर से भाग गई थी। आरती बताती हैं कि इसके बाद से ही माता-पिता से कोई संपर्क नहीं रहा है। आरती ने कहा कि शहबाज को चुनकर उन्होंने गलती की है। आरती ने पुलिस से अपने इंदौर शहर वापस भेजने का आग्रह किया है। वह कहती हैं कि अकेले गुजारा कर लूँगी, लेकिन शहबाज के साथ नहीं रहना है।

आरती ने बताया कि शहबाज ने आधार कार्ड में भी आरती का नाम बदलकर आरती परवीन करवा दिया है। आरती ने कहा, “उसने आधार कार्ड पर मेरा नाम बदलकर आरती परवीन करवा दिया। रोज मारने की धमकी देता है। तीन-चार बार जान से मारने की कोशिश की है। मैं किसी तरह बचकर थाने पहुँची हूँ।”

आरती को अल्पावास गृह भेजा गया

DSP सुबोध कुमार ने बताया कि पीड़िता 05 जुलाई 2025 को थाने आई थी। यहाँ पीड़िता ने बयान दर्ज कराया कि अब वह अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती है। लेकिन पीड़ित ने लिखित शिकायत देने से इनकार कर दिया है। फिलहाल मेडिकल जाँच के बाद पीड़िता को अल्पावास गृह भेजा गया है। साथ ही पीड़िता के परिजनों को भी सूचना दी गई है।

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