कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप मामले में मुख्य आरोपित मोनोजित मिश्रा ने वारदात के बाद अपने साथियों के साथ घंटों शराब पी थी। जब यह खबर फैलने लगी तो वह डर गया और मदद माँगने भटकता रहा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गैंगरेप के बाद मोनोजित मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी ने गार्ड रूम में खूब शराब पी। फिर उन्होंने ढाबे पर खाना खाया और अपने-अपने घर चले गए। अगले दिन गैंगरेप की खबर सामने आने पर मोनोजित घबरा गया।
मोनोजित ने कई प्रभावशाली लोगों से मदद माँगी, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। सबने उसे सरेंडर करने की सलाह दी।
दर-दर भटका मोनोजित
मोनोजित ने शहर के अलग-अलग इलाकों में घूमकर मदद की भीख माँगी। मोनोजित देशप्रिय पार्क, रासबिहारी एवेन्यू, गरियाहाट और बल्लीगंज स्टेशन रोड भी गया। पुलिस ने उसके मोबाइल की लोकेशन से यह जानकारी निकाली।
कॉलेज के सिक्योरिटी गार्ड पिनाकी बनर्जी को भी गिरफ्तार किया गया है। गार्ड ने बताया कि मोनोजित ने उससे कमरे में पानी और साफ चादर रखने को कहा था। मोनोजित ने उसे धमकी भी दी गई थी कि मेन गेट बंद करके चाबियाँ दे दे और कहीं और ड्यूटी करे।
गार्ड ने बताया कि गार्ड रूम में अक्सर शराब पार्टियाँ होती थीं, इसलिए उसे शक नहीं हुआ कि इतनी बड़ी घटना होगी।
क्राइम सीन रीक्रिएट
पुलिस ने शुक्रवार (04 जुलाई 2025) को घटनास्थल पर जाकर क्राइम सीन को रीक्रिएट किया। इस दौरान सभी आरोपित और पीड़िता मौजूद थे। पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी और 3डी मैपिंग की गई।
क्या था मामला?
25 जून 2025 को कोलकाता लॉ कॉलेज में एक छात्रा से गैंगरेप हुआ था। आरोपितों ने तीन घंटे तक रेप किया और उसका वीडियो भी बनाया। पुलिस ने मोनोजित मिश्रा, जैब अहमद, प्रमित मुखर्जी और सिक्योरिटी गार्ड पिनाकी बनर्जी को गिरफ्तार किया है।
CCTV फुटेज में छात्रा को घसीटते हुए दिखाया गया है। पीड़िता के मेडिकल टेस्ट में भी रेप की पुष्टि हुई है। पुलिस को आरोपितों से घटना का वीडियो भी मिल गया है।