उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में लव जिहाद का मामला दर्ज कराने पर दो हिंदू युवकों के साथ दिल दहला देने वाली बर्बरता का मामला सामने आया है। यह घटना बुधवार (23 जुलाई 2025) को रामगाँव थाना क्षेत्र के बरुआ घाट इलाके में हुई, जब चंदन मौर्य और उसका चचेरा भाई मोहित वहाँ मौजूद थे।
रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ितों का आरोप है कि शहाबुद्दीन नामक युवक ने उन्हें बंदूक की नोक पर जबरन अपनी कार में बैठा लिया। बाद में अनस और जीशान भी उसके साथ आ गए। तीनों आरोपितों ने दोनों युवकों को एक सुनसान जगह पर ले जाकर उनके कपड़े उतरवा दिए और लोहे की रॉड व डंडों से बेरहमी से पीटा।
आरोप है कि हमलावरों ने उन्हें पानी के बदले पेशाब पीने के लिए मजबूर किया और बंदूक की नोक पर इस्लाम जिंदाबाद के नारे लगाने को भी कहा। पीड़ित चंदन मौर्य ने घटना की शिकायत रामगाँव थाने में दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया और अपहरण में इस्तेमाल की गई कार को भी जब्त कर लिया है।
पुलिस ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पीड़ितों को मटेरा क्षेत्र से सुरक्षित बरामद कर लिया गया है और घटना की जाँच जारी है। इस अमानवीय कृत्य से इलाके में तनाव फैल गया है और प्रशासन ने स्थिति पर नजर बनाए रखी है।
मुस्लिम पुरुषों ने फर्जी आईडी का इस्तेमाल कर हिंदू लड़कियों को निशाना बनाया
चंदन ने अपनी शिकायत में बताया कि मुस्लिम युवकों ने उस पर और उसके चचेरे भाई मोहित पर पुरानी रंजिश के चलते हमला किया। उसने आरोप लगाया कि हमलावरों की योजना थी कि वे दोनों को नेपाल ले जाकर मार डालें।
चंदन ने यह भी बताया कि हमलावर बाबा गुरुअप नाम के एक इंस्टाग्राम ग्रुप से जुड़े हुए हैं। इस ग्रुप के सदस्य व्हाट्सएप पर फर्जी हिंदू नामों से अकाउंट बनाकर हिंदू लड़कियों को अपने जाल में फंसाते हैं। चंदन के मुताबिक, ये लोग महंगी गाड़ियाँ और गैजेट्स दिखाकर लड़कियों को आकर्षित करते हैं और जिसके लिए उन्हें विदेशों से फंडिंग मिलती है।

चंदन ने अपनी शिकायत में बताया कि मुस्लिम युवकों का एक गिरोह फर्जी पहचान पत्रों का इस्तेमाल करके हिंदू लड़कियों को फंसाता है। उन्होंने कहा कि ये लोग पहले लड़कियों की जाति और धर्म की जानकारी निकालते हैं और फिर उन्हीं के मुताबिक नकली सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर उनसे दोस्ती करते हैं।
बाद में वे लड़कियों को प्रेम संबंधों में फँसाकर इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव डालते हैं। चंदन ने दावा किया कि इन लोगों ने उनके गाँव की हिंदू लड़कियों को भी निशाना बनाया है।
चंदन के मुताबिक, करीब दो महीने पहले उन्होंने पुलिस को इस पूरे गिरोह की जानकारी दी थी और उनकी गतिविधियाँ रोकने की कोशिश की थी। उन्होंने बाबा गुरुअप नाम के इंस्टाग्राम ग्रुप का जिक्र किया, जिसके सदस्य व्हाट्सएप के जरिए लड़कियों को फँसाने का काम करते हैं और विदेशों से पैसे मिलने का भी आरोप लगाया।
चंदन ने बताया कि इन आरोपितों से उनका झगड़ा भी हुआ था, लेकिन जब उन्होंने पुलिस से शिकायत की, तो पुलिस ने उल्टा उन्हें ही समझौता करने के लिए मजबूर किया और उनके मोबाइल से सारे सबूत भी मिटा दिए।
चंदन ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, ‘पुलिस ने मेरी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की, उल्टा मेरे फोन से सबूत हटवा दिए और समझौता कराने की कोशिश की।’ वहीं, एडिशनल एसपी दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि शुरुआती जाँच में यह मामला आपसी रंजिश का लग रहा है।
उन्होंने कहा कि तीन आरोपितों शहाबुद्दीन, अनस और जीशान को गिरफ्तार कर लिया गया है और केस दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पीड़ितों को मजहबी नारे लगाने के लिए मजबूर करने की बात मूल शिकायत में नहीं थी, बल्कि बाद में जोड़ी गई।