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उज्जैन में मोती मस्जिद के पास भगवान गणेश की शोभायात्रा पर पथराव, ‘लव जिहाद’ थीम देख इस्लामी कट्टरपंथी भड़के: MP में चौंकने वाले हैं हिंदू लड़कियों को फँसाने के आँकड़ें


मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के महिदपुर कस्बे में अनंत चतुर्दशी की पूर्व संध्या पर शुक्रवार (5 सितंबर 2025) को भगवान गणेश की परंपरागत सवारी निकाली गई। इस सवारी में ‘लव जिहाद’ पर एक झाँकी शामिल की गई थी, जिसमें टोपी, दाढ़ी और बुर्का पहने पुतलों का उपयोग किया गया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह झाँकी जब मोती मस्जिद के सामने पहुँची, तो मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने इसका विरोध कर लोगों पर पथराव कर दिया। जिसके चलते सवारी में अफरातफरी मच गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए पथराव करने वालों को खदेड़ा। इसके बाद मुस्लिम समुदाय ने प्रशासन के अधिकारियों से मिलकर झाँकी में धार्मिक प्रतीकों के उपयोग पर आपत्ति जताई।

सवारी के आयोजकों का कहना था कि ‘लव जिहाद’ के प्रति युवाओं को जागरूक करने के लिए यह झाँकी बनाई गई थी, लेकिन विवाद बढ़ने पर प्रशासन ने आयोजकों से बात की और झाँकी को हटवाया गया। इसके बाद सवारी आगे बढ़ाई गई।

एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है लेकिन एहतियात के तौर पर RAF और पुलिस बल तैनात किया गया है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले उज्जैन के घोंसला कस्बे में भी ‘लव जिहाद’ की झाँकी को लेकर विवाद हुआ था।

कट्टरपंथियों की ये हरकत चोर की ढाढ़ी में तिनका वाली कहावत को चरितार्थ करती है। इन हरकतों से साफ समझा जा सकता है कि मुस्लिम समुदाय खुद अपनी करनी जानता है और जब आईना दिखाया जा रहा है तो आग-बबूला हो कर ऐसी हरकतें कर रहा है। जबकि इनसे उन्हें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए क्योंकि ये सिर्फ जागरुकता के उद्देश्य से किया गया था।

इंदौर में आए दिन होते हैं लव जिहाद के खुलासे

इंदौर भी इसी इलाके में आता है, जहाँ से हाल ही में ‘मुस्लिम गैंग’ द्वारा हिंदू लड़कियों को निशाना बनाने के कई मामले सामने आए हैं।

कुछ दिनों पहले ही उज्जैन में नफीस नाम के युवक ने हिंदू युवती को प्रेम जाल में फँसाकर उस पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने और उसके साथ अश्लील हरकतें की थी। जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था।

पीड़िता का कहना था कि उसने इंस्टाग्राम पर कानू पटेल नाम से रिक्वेस्ट भेजी थी। वह उससे चैट करने लगा और थोड़े दिनों बाद कहीं से उसे युवती का नंबर भी मिल गया। फोन पर बात करते हुए उसने युवती से प्यार का इजहार किया और शादी का प्रस्ताव रखा।

कुछ समय बाद युवती को उसके घर आने-जाने वाले लोगों से पता चला कि युवक का असली नाम नफीस है। पुलिस शिकायत में युवती ने बताया कि नफीस लगातार उसे धमकी दे रहा था कि अगर वह उससे नहीं मिली, तो वह उसे और उसके परिवार को जान से मार देगा।

डर कर जब वह उससे मिलने गई तो नफीस ने उससे निकाह करने और हमेशा खुश रखने का वादा किया। हालाँकि युवती ने उसे कहा कि उसके घरवाले इसके लिए राजी नहीं होंगे, लेकिन नफीस ने उसे बहला दिया।

निकाह के लिए मनाने के बाद नफीस ने युवती पर हिन्दू धर्म छोड़कर मुस्लिम धर्म अपनाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। युवती की शिकायत के बाद पुलिस ने नफीस को गिरफ्तार कर लिया।

मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के कनाड़िया थाना क्षेत्र से ही लव जिहाद का एक और मामला भी सामने आया था, जहाँ यूसुफ खान नाम के एक आरोपित ने अपनी पहचान छिपाकर एक हिंदू युवती को प्रेम जाल में फँसाया, उससे दुष्कर्म किया और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला। यूसुफ खान ने खुद को मुकेश बताकर युवती से नजदीकियाँ बढ़ाईं, शादी का झाँसा दिया और फिर उसका शारीरिक शोषण किया।

जब युवती को उसकी असली पहचान का पता चला, तो यूसुफ खान ने उसे धमकियाँ दीं और उसकी निजी तस्वीरें व वीडियो वायरल करने की धमकी दी। इस मामले में कनाड़िया पुलिस ने यूसुफ खान को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया। इस मामले में FIR की कॉपी भी ऑपइंडिया के पास मौजूद है।

लव जिहाद से जुड़े आँकड़े मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार ने विधानसभा में किए थे पेश

मध्य प्रदेश में लव जिहाद के मामलों की बात करें तो राज्य की बीजेपी सरकार ने कुछ दिनों पहले ही विधानसभा में लव जिहाद से जुड़े आँकड़े पेश किए थे। इसके अनुसार जनवरी 2020 से 15 जुलाई 2024 तक प्रदेश में लव जिहाद के 283 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें 73 पीड़िता नाबालिग है।

सरकार द्वारा विधानसभा में रखे गए आँकड़ों से यह भी पता चलता है कि काफी मामलों में पीड़िता दबाव नहीं झेल पाती हैं। वे या तो गवाही के दौरान पलटने को मजबूर हो जाती हैं या फिर दबाव बनाकर ‘सुलह’ कर लिया जाता है। आँकड़े बताते हैं कि अब तक ऐसे 86 मामलों में से 50 मामलों में आरोपित बरी हो चुके हैं। सजा केवल 7 मामलों में हुई है, वहीं एक मामला ‘सुलह’ के कारण खत्म हो गया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंदौर और भोपाल जैसे बड़े शहर, जहाँ पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू है, वहाँ भी लव जिहादी लड़कियों को अपना निशाना बना रहे हैं। इंदौर के सिर्फ नगरीय क्षेत्र के पुलिस थानों में लव जिहाद के 55 मामले दर्ज किए गए है। वहीं, पूरे इंदौर जिले में लव जिहाद के 74 मामले सामने आए हैं। यह पूरे राज्य में सर्वाधिक है।

इसके अलावा राजधानी भोपाल में लव जिहाद के 33 मामले, खंडवा और उज्जैन में 12-12 मामले और छतरपुर में 11 मामले दर्ज किए गए हैं। राज्य के अलग-अलग पुलिस थानों में दर्ज 283 मामलों में से 197 कोर्ट में लंबित हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बीजेपी विधायक आशीष गोविंद शर्मा के सवाल के जवाब में विधानसभा में लव जिहाद के मामलों को लेकर जानकारी दी।

उन्होंने कहा, “2020 से लेकर अब तक हुए लव जिहाद के प्रकरणों में प्रदेश के सभी जिलों में असुरक्षित बालिकाओं/महिलाओं को लक्ष्य बनाकर उनका शोषण करने एवं भय या दबाव पूर्वक  मतांतरण कराने की घटनाओं  की जाँच के लिए पुलिस मुख्यालय ने 4 मई 2025 को राज्य स्तरीय विशेष जाँच दल (SIT) का गठन किया है।”

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