छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में कचरा फेंकने से शुरू हुए विवाद ने हिंसा का रूप ले लिया। यहाँ संजय चौधरी ने सड़क पर कचरा फेंका, तो पड़ोसी राजेश तिवारी ने इसका विरोध किया। मामले में हिस्ट्रीशीटर यासिन शेख उर्फ सोनू कूद पड़ा और 70 से 80 मुस्लिम भीड़ के साथ राजेश तिवारी और उनके परिवार पर जानलेवा हमला कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना 07 जुलाई 2025 को भावना नगर क्षेत्र की है। यहाँ आए दिन संजय चौधरी सड़क पर कचरा फेंक देते थे। इसका विरोध पड़ोसी राजेश तिवारी ने किया। उस दिन भी यही हुआ, लेकिन बीच में यासिन शेख टपका और हिंसा शुरू कर दी। यासिन तिवारी ने मौके पर राजेश तिवारी को जान से मारने की धमकी दी।
इसके बाद यासिन शेख अपने साथियों संग राजेश तिवारी के घर में घुसने की कोशिश की। घर के दरवाजे को कुल्हाड़ी ठोककर तोड़ डाला। घर के भीतर दहशत में राजेश तिवारी और उनके बेटे छत की ओर भागे। बेटे ने बताया कि वहाँ भी पड़ोसियों की छत पर मुस्लिम भीड़ लाठी, डंडे, रॉड, चाकू और अन्य हथियार लेकर खड़ी थी।
मुस्लिम भीड़ ने राजेश तिवारी को बुरी तरह पीटा। साथ ही बेटे और उसके दोस्त पर वार किए। घटना में राजेश तिवारी का हाथ टूट गया और शरीर में कई घाव आए हैं। वहीं, बेटे के दोस्त का मुँह फोड़ दिया। इसके अलावा सिर, पेट और पीठ में भी गहरी चोटें आई हैं।
अस्पताल में भी पुलिस के सामने पीटा
घटना की जानकारी मिलने के काफी समय बाद पुलिस मौके पर पहुँची। फिर घायलों को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन हमलवार फिर भी नहीं रुके। उन्होंने अस्पताल में पुलिस के सामने भी मारपीट चालू कर दी।
मामले में राजेश तिवारी ने पुलिस से FIR दर्ज कराई है। पुलिस ने CCTV और चश्मदीदों के बयान के आधार पर मुख्य आरोपित संजय चौधरी, यासिन शेख समेत इरफान सिद्दीकी, अनस आतिफ और रयाज अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है। अब भी दर्जनों हमलावर फरार हैं।
बजरंग दल का विरोध-प्रदर्शन
रायपुर की सांप्रदायिक हिंसा की घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिसमें मुस्लिम भीड़ हिंदू परिवार पर जानलेवा हमला कर रही है। इसके बाद बजरंग दल ने घटना को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने पुलिस थाने और यासिन शेख के घर के बाहर खड़े रहकर सख्त कार्रवाई की माँग की।
वहीं, यासिन के परिवार ने गुनाह कबूल कर लिया है। लेकिन घटना को सांप्रदायिक हिंसा बताने से इनकार किया है। उधर, बजरंग दल ने पुलिस प्रशासन से आरोपितों को पकड़ने में देरी करने के लिए चेतावनी दी है। इसके बाद पुलिस ने क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है। लेकिन स्थानीय लोग अब भी दहशत में हैं।