कर्नाटक के कॉन्ग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र उर्फ पप्पी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गंगटोक (सिक्किम) से गिरफ्तार कर लिया है। कॉन्ग्रेस विधायक पर अवैध ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टेबाजी मामले में कार्रवाई की गई है।
साथ ही ED ने कॉन्ग्रेस विधायक के ठिकानों पर छापेमारी कर 12 करोड़ रुपए नगद, 6 करोड़ रुपए सोने के आभूषण, लगभग 10 किलोग्राम चाँदी और 4 वाहन बरामद किए गए हैं। नगद में एक करोड़ विदेशी मुद्रा भी मिली है। इसके अलावा ED ने 17 बैंक खाते और 2 बैंक लॉकर भी सीज किए हैं।
ED arrested KC Veerendra, Karnataka's MLA from Chitradurga constituency, from Gangktok in connection with illegal online and offline betting case and recovered amount of approximately Rs 12 crore in cash, including approximately Rs 1 crore in foreign currency, gold jewellery… pic.twitter.com/BlHzQdStkd
— ANI (@ANI) August 23, 2025
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत दो दिन से ED द्वारा देशभर में 31 ठिकानों पर छापेमारी के बाद की गई है। 22 और 23 अगस्त 2025 को ED ने चित्रदुर्ग में 6 स्थानों, बेंगलुरु में 10, हुबली में 1, मुंबई में 2, जोधपुर में 3, गोवा में 8 और गंगटोक में छापेमारी की।
इनमें बिग डैडी कसिनो, ओशियन रिवर कसिनो, पप्पीज कसिनो प्राइड, ओशियन 7 कसिनो और पप्पीज कसिनो गोल्ड भी शामिल हैं। ED को ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिंक दुबई से भी मिले हैं। ED के अनुसार, कॉन्ग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र King567 और Raja567 जैसे नामों से कई अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म चला रहा था।
इन प्लेटफॉर्म को दुबई की कंपनी Diamond Softech, TRS Technologies और Prime9Technologies के माध्यम से विधायक का भाई केसी थिप्पेस्वामी संभालता था। ये कंपनियाँ बेटिंग प्लेटफॉर्म को कॉल सेंटर सेवा उपलब्ध कराती हैं।
ED के मुताबिक, केसी वीरेंद्र एक जमीनी कसिनों को पट्टे पर लेने के लिए बागडोगरा होते हुए गंगटोक गए थे। छापेमारी के दौरान उनके खिलाफ सबूत मिले, जिसके बाद गंगटोक से उन्हें गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद गंगटोक की कोर्ट में उन्हें पेश कर बेंगलुरु कोर्ट में पेश करने के लिए ट्रांजिट रिमांड ली गई। मामले में आगे की जाँच जारी है।
कौन है केसी वीरेंद्र ?
केसी वीरेंद्र उर्फ पप्पी पेशे से कारोबारी हैं। उन्होंने साल 2023 में कर्नाटक की चित्रदुर्ग विधानसभा क्षेत्र से कॉन्ग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीता। उनके चुनावी हलफनामें में कुल ₹134.9 करोड़ की संपत्ति दर्ज है। इसके अलावा कॉन्ग्रेस विधायक पर 2 अपराधिक मामले दर्ज हैं।
कर्नाटक विधायक सतीश कृष्ण सैल के घर भी हुई थी छापेमारी
केसी वीरेंद्र से पहले कर्नाटक कॉन्ग्रेस विधायक सतीश कृष्ण सैल ED के शिकंजे में आए थे। 14 अगस्त 2025 को ED की छापेमारी में सतीश कृष्ण के घर से ₹1.41 करोड़ नगद मिले थे। इसके साथ उनके और परिवार के बैंक लॉकरों से 6.75 किलो गोल्ड की ज्वेलरी और बिस्किट बरामद किए थे।
यह मामला साल 2010 से जुड़ा हुआ था। मामले में सतीश कृष्ण पर आरोप है कि उन्होंने अन्य कंपनियों और बेलकेरी पोर्ट के अधिकारियों के साथ मिलकर करीब 1.25 लाख मीट्रिक टन आयरन गैरकानूनी तरीके से बाहर भेजा था, जिसकी कुल कीमत ₹86.78 करोड़ बताई गई।