राज्यसभा सांसद और अभिनेता कमल हासन ने सनातन परंपरा को लेकर विवादित टिप्पणी की है। मक्कल निधि मय्यम (MNM) मुखिया कमल हासन ने चेन्नई में एक कार्यक्रम के दौरान सनातन पर निशाना साधते हुए कहा कि शिक्षा ही वह हथियार है जो सनातन को तोड़ सकती है। उनके इस बयान को लेकर हिन्दू संगठनों ने कड़ा विरोध दर्ज करवाया है।

कमल हासन ने क्या कहा?

कमल हासन अपने बयान में नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) को लेकर हमलावर थे और इस दौरान उन्होंने कहा, “किसी और चीज़ को छोड़कर सिर्फ शिक्षा को ही अपने हाथ में लो।” उन्होंने कहा, “बहुसंख्यक मूर्ख तुम्हें हरा देंगे, केवल शिक्षा ही नहीं हरा पाएगी।”

हासन ने आगे कहा, “शिक्षा ही एकमात्र हथियार है जो तानाशाही और सनातन की जंजीरों को तोड़ सकता है।”

बीजेपी ने किया हासन का विरोध

बीजेपी के नेताओं ने कमल हासन के इस बयान पर एतराज जताते हुए इसका विरोध किया है। तमिलनाडु की बीजेपी नेता तमिलसाई सुंदरराजन ने कहा कि कमल हासन ने हिंदू भावनाओं को ठेस पहुँचाई है। उन्होंने कहा कि वह अब केवल एक अभिनेता नहीं है और उन्हें राज्यसभा सांसद होने के नाते उन्हें अधिक जिम्मेदार होना चाहिए।

सुंदरराजन ने कहा कि कमल हासन DMK के नेताओं से ज्यादा एम के स्टालिन के वफादार हैं और वह लोगों को धर्म के नाम पर बाँटने में लगे हैं। उनका कहना है कि हिंदुओं का अपमान करना तमिलनाडु में फैशन बनता जा रहा है।

बीजेपी के लोकसभा सांसद अरुण गोविल ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है। गोविल ने शिक्षा से सनातन मिटाने के बयान पर कहा कि सनातन से बड़ी कोई और शिक्षा नहीं है।

पहले भी सनातन विरोधी बयान देते रहे हैं हासन

कमल हासन का सनातन के खिलाफ जहर उगलने का लंबा इतिहास रहा है। कभी उन्होंने हिंदू शब्द को मुगलों से जोड़ा तो कभी गोडसे को हिंदू आतंकवादी बताया था। हासन ने इससे पहले सनातन को पेरियार की विचारधारा से जोड़ते हुए कहा था कि यह विचारधारा सामाजिक असमानता को बढ़ावा देती है।

‘हिंदू आतंकवाद’ के जिस शब्द को कॉन्ग्रेस के काल में गढ़ने की कोशिश की गई थी उसे भी कमल हासन ने अपनी राजनीति के लिए इस्तेमाल किया था। 2019 में एक चुनावी भाषण देते हुए उन्होंने कहा था, “मैं ये बात महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने कह रहा हूँ। आजाद भारत का पहला आतंकवादी एक हिंदू था, उसका नाम नाथूराम गोडसे था।” जाहिर है उन्होंने आतंकवाद को उस धर्म से नहीं जोड़ने की हिम्मत दिखाई होगी जिससे सबसे ज्यादा आंतकी आते हैं।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन विरोधी बयानों का भी कमल हासन ने बचाव किया था। सनातन की तुलना डेंगू-मलेरिया से करने वाले और इसे मिटाने का दंभ भरने वाले उदयनिधि को कमल हासन ने युवा बच्चा कहकर क्लीन चिट दे दी थी। एक बार उन्होंने इसे उदयनिधि का निजी बयान बताया था। उन्होंने हिंदू शब्द को भी मुगलों से जोड़ा और महाभारत को लेकर भी वह अनर्गल प्रलाप कर चुके हैं।

कमल हासन सनातन पर जहर उगलने के अलावा जम्मू-कश्मीर में भी जनमत संग्रह कराए जाने की बात कर चुके हैं। 2019 में जब देश पुलवामा हमले के दर्द से गुजर रहा था तो इसके कुछ ही दिनों बाद कमल हासन ने कश्मीर में जनमत संग्रह की वकालत की थी। उन्होंने कहा था, “भारत कश्मीर में जनमत संग्रह क्यों नहीं करा रहा है? भारतीय सरकार किससे डरती है?” यही नहीं उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को आजाद कश्मीर बताया था।



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