वायुयान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (AAIB) ने मई, 2025 में केदारनाथ जा रहे हेलीकॉप्टर के क्रैश मामले में जाँच रिपोर्ट जारी कर दी है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि हेलीकॉप्टर का रोटर ब्लेड एक फाइबर केबल में फँस गया था। इसकी वजह से आपातकालीन लैंडिंग नहीं हो पाई और हादसा हो गया। AAIB ने कहा है कि मामले में जाँच अभी जारी है।
यह हादसा उत्तराखंड के उत्तरकाशी में गंगनानी के पास 8 मई, 2025 को हुआ था। AAIB की इस मामले में जाँच रिपोर्ट हादसे के लगभग ढाई महीने के बाद 20 जुलाई, 2025 को जारी की गई है। AAIB ने इस मामले में पाँच पन्नों की यह प्रारम्भिक जाँच रिपोर्ट जारी की है, जिसमें हेलीकॉप्टर के मेंटेनेंस और दुर्घटना के पहले क्या हुआ, यह बताया गया है।
AAIB की जाँच रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना एयरो ट्रांस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड का यह एक बेल 407 हेलीकॉप्टर था जो एकदम फिट था। AAIB ने यह भी बताया है कि इस हेलीकॉप्टर ने दुर्घटना वाली उड़ान से पहले दो और उड़ान उसी दिन भरी थीं, जिनमें कोई समस्या नहीं आई थी।
यह हेलीकॉप्टर देहरादून के सहस्त्रधारा हेलीपैड से उड़ा था। AAIB ने बताया है कि केदारनाथ जाने के रूट में इसे खरसाली और झाला हेलीपैड पर उतरना था। इसके बाद यह केदारनाथ वाले हेलीपैड फाटा पर उतरता। AAIB ने बताया है कि हेलीकॉप्टर ने सहस्त्रधारा से खरसाली तक की उड़ान बिना किसी समस्या के भर ली थी।
AAIB की रिपोर्ट के अनुसार, यह उड़ान भरने के बाद खरसाली से इसमें 6 यात्री सवार हुए थे, यहाँ से हेलीकॉप्टर उड़ने के 20 मिनट बाद इसमें खराबी आ गई। AAIB रिपोर्ट में बताया गया है कि इसके बाद पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग के लिए प्रयास किया।
AAIB की जाँच रिपोर्ट के अनुसार,”हेलीकॉप्टर अपनी निर्धारित ऊँचाई से नीचे उतरने से पहले 20 मिनट तक उड़ान भरता रहा। शुरुआत में, पायलट ने उत्तरकाशी में गंगनानी के पास उत्तरकाशी-गंगोत्री मार्ग (NH 34) पर उतरने का प्रयास किया।”
रिपोर्ट में आगे बताया गया है, “लैंडिंग के प्रयास के दौरान, हेलीकॉप्टर का मुख्य रोटर ब्लेड सड़क के समानांतर चल रही एक ओवरहेड फाइबर केबल से टकरा गया। इससे सड़क किनारे लगे कुछ मेटल बैरिकेड भी क्षतिग्रस्त हो गए। हालाँकि, हेलीकॉप्टर लैंड नहीं कर सका और पहाड़ी से नीचे खिसक कर गिर गया।”
AAIB की रिपोर्ट कहती है कि इसके बाद यह हेलीकॉप्टर लुढकते हुए नीचे गया और 250 फीट नीचे जा कर एक पेड़ से टकरा कर रुक गया। AAIB ने बताया है कि इसके चलते ही इस हादसे में लोग घायल हुए। गौरतलब है कि इस हादसे में पायलट समेत 6 लोग मारे गए थे।
AAIB ने कहा है कि हादसे की जाँच के लिए अमेरिका की NTSB और कनाडा कीई TSB ने अपने तकनीकी सलाहकार नियुक्त किए हैं। AAIB ने कहा है कि जाँच टीम मूल कारणों का पता लगाने के लिए आवश्यक आगे की कार्रवाई के लिए उनके साथ बातचीत में जुटी हुई है।