प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 दिन की विदेश यात्रा पर हैं। इस दौरान पीएम पश्चिमी अफ्रीकी देश घाना, कैरिबियन देश त्रिनिदाद और टोबैगो, लैटिन अमेरिकी देश अर्जेंटीना और ब्राजील जा चुके हैं। आने वाले दिनों में अफ्रीकी देश नामीबिया का भी दौरा करेंगे। विदेश यात्रा पर पीएम देश के दिए तोहफे हमेशा चर्चा में रहते हैं।
इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की संस्कृति से जुडे़ खास तोहफे दिए हैं। इनमें अयोध्या राम मंदिर का सिल्वर प्रतिकृति, पवित्र जल से भरा कलश और मधुबनी कला को समर्पित पेंटिंग शामिल है। सभी तोहफों में भारत की संस्कृति की अद्भुत झलक है।
त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री को गिफ्ट किया चाँदी जड़ित राम मंदिर
पीएम मोदी ने विदेश दौरे में त्रिनिदाद और टोबैगो भी पहुँचे। यहाँ पीएम ने अभिवादन के तौर पर देश की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर को अयोध्या राम मंदिर का सिल्वर रेप्लिका गिफ्ट किया। साथ ही सरयू का पवित्र जल से भरा कलश भी भेंट किया।
Prime Minister Narendra Modi gifted Kalash with sacred water from silver replica of Ayodhya Ram Temple to the PM of Trinidad and Tobago, Kamla Persad-Bissessar.
This silver replica of the Ayodhya Ram Temple is a finely handcrafted tribute to one of India’s most sacred spiritual… pic.twitter.com/739kbxL7ZR— ANI (@ANI) July 7, 2025
यह रेप्लिका शुद्ध चाँदी से निर्मित है। जो कि मंदिर की पवित्रता, भक्ति और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है। यह स्मृति सजाव से इतर अयोध्या की आध्यात्मिक विरासत और भारत की पवित्र परंपराओं का सम्मान करती है।
अर्जेंटीना की उप राष्ट्रपति को भेंट की मधुबनी पेंटिंग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश यात्रा के दौरान अर्जेंटीना का भी दौरान किया। इस मौके पर पीएम ने अर्जेंटीना की उप राष्ट्रपति विक्टोरिया विलारुएल को मधुबनी पेंटिंग तोहफे में दी। पेंटिंग में सूर्य की कृति को उजागर करती है, जो ऊर्जा और जीवन का प्रतीक है।
Prime Minister Narendra Modi gifted Madhubani Painting to the Vice President of Argentina, Victoria Villarruel.
This Madhubani painting of the Sun beautifully showcases one of India’s oldest folk art traditions from the Mithila region of Bihar. Renowned for bold lines,… pic.twitter.com/UsaMfAmasZ— ANI (@ANI) July 7, 2025
मधुबनी पेंटिंग बिहार के मिथिला क्षेत्र की भारत के सबसे पुराने लोक कला परंपराओं में से एक खूबसूरती को प्रदर्शित करती है।